दादा की गलती से रिंग से बाहर हुए यूपी के मुक्केबाज पोते, आधार में ज्यादा लिखा दी थी उम्र
ग्रेटर नोएडा में राष्ट्रीय सब जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप में आधार कार्ड में उम्र बदलने के कारण दो मुक्केबाज भाई प्रशांत और देवांश को अयोग्य घोषित कर दिया गया। दादाजी ने उम्र ज्यादा लिखवा दी थी बाद में पिता ने ठीक करवाई लेकिन शिकायत के बाद जांच में यह बदलाव पकड़ा गया। प्रशांत ने पहले मुकाबले में जीत हासिल की थी।
जितेंद्र सिंह, ग्रेटर नोएडा। दादा के लिए पोते बहुत ही प्रिय होते हैं। पोते द्वारा की गई गलती पर उनको बचा भी लेते हैं, लेकिन जेपी इंटीग्रेटेड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चल रही राष्ट्रीय सब जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप में दादा की गलती से यूपी के दो मुक्केबाज को डिसक्वालीफाई कर रिंग से बाहर कर दिया गया।
मुकाबले के दौरान खिलाड़ियों की शिकायत पर जांच में आधार में आयु परिवर्तन कराया पाए जाने पर मुक्केबाज भाई प्रशांत व देवांश को डिसकवालीफाई कर दिया गया। दरअसल यूपी के अंबेडकरनगर के रहने वाले मुक्केबाज जुड़वा भाई प्रशांत व देवांश मिश्रा के दादा ने आधार बनवाते समय उनका जन्म वर्ष तीन वर्ष ज्यादा लिखवा दिया था।
मुक्केबाजों ने बताया कि उनके दो और चचेरे भाई हैं। उनका जन्म वर्ष 2008 है। दादा अपने चार पोतों का जब आधार बनवाने ले गए तो उन्होंने सबका जन्म वर्ष आधार में एक जैसा वर्ष 2008 करा दिया, जबकि उनका जन्म वर्ष 2011 है।
हालांकि इसके बाद उनके पिता ने आयु वर्ष सही करवा दिया। आयु ज्यादा लिखवाने के पीछे दादा की उनकी मंशा थी कि बच्चों की नौकरी जल्द लग जाएगी। हालांकि दादा की यह गलती मुक्केबाजों पर भारी पड़ी और वो डिसक्वालीफाई कर दिए गए।
प्रशांत ने अपने पहले प्री क्वार्टर मुकाबले में हरियाणा के मुक्केबाज को 5-0 से हरा दिया। भाई देवांश का सोमवार को दूसरा मुकाबला पंजाब के मुक्केबाज से था। मुकाबले के दौरान पंजाब के खिलाड़ियों द्वारा आयु की जांच की मांग की गई।
जांच में पता चला कि देवांश के आधार में आयु में बदलाव किया गया है। इस पर देवांश को डिसकवालीफाइ कर दिया गया। डिसकवाइलीफाइ होने पर देवांश रिंग पर रोने लगा व बाहर आ गया। इसके बाद जुड़वा भाई प्रशांत को जांच के बाद आधार में आयु परिवर्तन पाए जाने पर डिसक्वालीफाई कर दिया गया।
प्रशांत से थी पदक की उम्मीद
प्रशांत ने अपने पहले प्री क्वार्टर मुकाबले में हरियाणा के मुक्केबाज को 5-0 से हरा दिया था। उसके बाद प्रशांत से पदक की उम्मीद थी। हालांकि डिसक्वालीफाइ होने के बाद पदक की उम्मीद टूट गई।
प्राथमिक जांच में आधार में आयु परिवर्तन पाए जाने पर मुक्केबाजों को डिसक्वालीफाइ किया गया है। खिलाड़ियों ने अपने प्रमाण पत्र दिखाए हैं। कमेटी जांच कर रही है। जांच में जो आएगा उसके बाद निर्णय लिया जाएगा। - प्रमोद कुमार, सचिव यूपी बॉक्सिंग एसोसिएशन
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