विकास के साथ गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण भी हावी, मतदाताओं पर कितना पड़ेगा इसका असर
विकास से गौतमबुद्ध नगर में सब कुछ बदल रहा है यदि कोई चीज नहीं बदली है तो वह चुनाव में जातीय समीकरणों का हावी होना है। पिछले तीन लोकसभा चुनावों में जाति की जो दीवार देखने को मिली थी वह इस बार विकास के मुद्दे पर टूटती नजर आ रही है लेकिन नेताओं और प्रत्याशियों की जातीय समीकरण की गोलबंदी भी चल रही है।