बाइक बोट घोटाले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, फरार इनामी निदेशक गिरफ्तार Noida News
बाइक बोट कंपनी के घोटाले के 25 हजार के इनामी आरोपित कंपनी निदेशक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। बाइक बोट कंपनी के घोटाले के 25 हजार के इनामी आरोपित कंपनी निदेशक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पकड़ा गया आरोपित पुष्पेंद्र सिंह लौच दादरी के कोट गांव स्थित बाइक बोट कंपनी में निदेशक के पद पर था। वह बुलंदशहर के स्याना कोतवाली के मोहन नगर गांव का रहने वाला था। मंगलवार को दादरी पुलिस की स्टार वन की टीम ने आरोपित को उसके गांव से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
ज्ञात हो कि बाइक बोट कंपनी ने लोगों को एक वर्ष में रकम दोगुनी करने के नाम पर लोगों से 62 हजार रुपये निवेश करने की योजना निकाली थी। इस योजना के बाइक बोट कंपनी के मालिक संजय भाटी समेत कंपनी के कई निदेशकों ने देश के करीब ढाई लाख लोगों से करीब 42 हजार करोड़ रुपये जमा कराए थे। बाद में निवेशकों के करोड़ों रुपये का घोटाला किया। आज भी हजारों निवेशक अलग-अलग स्थानों पर रकम वापसी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं।
38 आरोपित पुलिस गिरफ्त से बाहर
इस घोटाले में कंपनी मालिक संजय भाटी ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था जबकि पुलिस ने विभिन्न स्थानों से राजेश भारद्वाज, विजयपाल कसाना, आदेश भाटी, तरुण शर्मा, संजय गोयल, विशाल, विनोद चौहान, हरीश राणा व राजेश यादव समेत कई निदेशकों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अभी भी 38 आरोपित पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। दादरी पुलिस व स्टार वन टीम ने 25 हजार के इनामी आरोपित पुष्पेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस ने बताया कि 25 हजार का इनामी आरोपित पुष्पेंद्र ङ्क्षसह बुलंदशहर के स्याना कोतवाली के गांव मोहन नगर का रहने वाला है। 2017 में वह जाट रेजीमेंट से सेवानिवृत होने के बाद बाइक बोट कंपनी का निदेशक बना और क्षेत्र के हजारों लोगों की रकम कंपनी में निवेश करवाई। 2018 में कंपनी मालिक संजय भाटी ने पुष्पेंद्र सिंह को उपहार के रूप में टोएटा फाच्र्यूनर कार दी और कंपनी का निदेशक बना दिया। पुष्पेंद्र ने पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार, बंगाल, उप्र, दिल्ली व अन्य शहरों में करीब 40 हजार निवेशकों की रकम कंपनी में लगवाई थी।
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