मई से नोएडा प्रधिकरण के पास उपलब्ध होगा 330 MLD गंगाजल, प्रोजेक्ट का 94.50 फीसद काम पूरा; खर्च हुए इतने करोड़
मई से शहर में गंगाजल की आपूर्ति में इजाफा होने जा रहा है क्योंकि तीसरे फेज में चल रहा 37.50 क्यूसेक गंगाजल (90 एमएलडी) परियोजना का 94.50 प्रतिशत काम ग ...और पढ़ें

नोएडा, जागरण संवाददाता। मई से शहर में गंगाजल की आपूर्ति में इजाफा होने जा रहा है, क्योंकि तीसरे फेज में चल रहा 37.50 क्यूसेक गंगाजल (90 एमएलडी) परियोजना का 94.50 प्रतिशत काम गाजियाबाद में पूरा हो चुका है। माह के अंत तक परियोजना को पूर्ण कर नोएडा प्राधिकरण जनता को समर्पित कर देगी। इससे नोएडा के 26 सेक्टरों के छह लाख लोगों को मीठा जल (गंगाजल) मिलने लगेगा।
304.18 करोड़ रुपये की आई लागत
यह कार्य उत्तर प्रदेश जल निगम की ओर से गाजियाबाद में किया जा रहा है, परियोजना पर 304.18 करोड़ रुपये की लागत खर्च हो रही है। जिसमें नोएडा प्राधिकरण 228.14 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। परियोजना के पूरा होने से शहर के सेक्टर-122, 128, 130, 131, 133, 134, 135, 137, 143, 144, 145, 143 बी, 146, 147, 151, 168 गंगाजल आपूर्ति में शामिल हो जाएंगे। वर्तमान में इन सेक्टरों में करीब छह लाख लोग रहते है। इनमें कुछ सेक्टर का हिस्सा औद्योगिक में शामिल है।
प्राधिकरण में गंगा जल प्रभारी वरिष्ठ प्रबंधक देवेंद्र निगम ने बताया कि परियोजना पूर्ण होने से नोएडा प्राधिकरण के जल खंड के पास कुल 330 एमएलडी गंगाजल की सप्लाई हो जाएगी, अभी तक 240 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति की जा रही है। परियोजना 50 क्यूसेक गंगाजल की है, जिसमें नोएडा का 75 प्रतिशत 37.50 क्यूसेक गंगाजल नोएडा को मिलेगा।
उन्होंने बताया कि परियोजना देरी से चल रही है, क्योंकि उत्तर प्रदेश जल निगम गाजियाबाद की ओर से डासना में 80 मीटर भूमि अधिग्रहीत न होने पर यहां 1200 एमएम का पाइप नहीं डाला गया है। जबकि विभाग की ओर से हैड रेग्यूलेटर से प्राइमरी ट्रीटमेंट प्लांट तक चैनल का निर्माण नहीं कराया। अब दोनों कार्यों को इसी माह पूरे होने जा रहे है। इसके बाद गंगाजल की सप्लाई शुरू की जा सकेगी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्राइमरी ट्रीटमेंट का कार्य 100 प्रतिशत पूरा किया जा चुका हैं। 120 एमएलडी क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य करीब पूरा हो चुका है। 1500 एमएम डाया की 7.8 किमी लंबाई में पाइप बिछाने के का काम किया जा रहा है। फिलहाल यह पैच पूरा होने के बाद लोगों को गंगाजल मिलेगा।
परियोजना वर्ष 2018 में हुई शुरू
14 मार्च 2018 को परियोजना पर कार्य शुरू किया गया। 30 नवंबर 2021 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन कुछ जमीन विवादों के चलते परियोजना को 30 अप्रैल 2023 तक पूरा किया जा रहा है।

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