रक्त की कमी के चलते 451 मासूमों की जिदगी दांव पर
नोएडा के सेक्टर-30 स्थित सुपर स्पेशलिटी पीडियाट्रिक हास्पिटल एंड पोस्ट ग्रेजुएट टीचिग इंस्टीट्यूट (चाइल्ड पीजीआइ) में रक्त कैंसर व रक्त डिसआर्डर से पीड़ित 451 मासूम जिदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्त की कमी हो जाने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने रक्तदान के लिए शहर में जगह-जगह पंपलेट व पोस्टर चस्पा कराए हैं।

आशीष धामा, नोएडा
नोएडा के सेक्टर-30 स्थित सुपर स्पेशलिटी पीडियाट्रिक हास्पिटल एंड पोस्ट ग्रेजुएट टीचिग इंस्टीट्यूट (चाइल्ड पीजीआइ) में रक्त कैंसर व रक्त डिसआर्डर से पीड़ित 451 मासूम जिदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्त की कमी हो जाने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने रक्तदान के लिए शहर में जगह-जगह पंपलेट व पोस्टर चस्पा कराए हैं।
नोएडा का चाइल्ड पीजीआइ कैंसर पीड़ित बच्चों का प्रदेश में सबसे आधुनिक अस्पताल है। संस्थान में वर्तमान में ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और अप्लास्टिक एनीमिया नामक रक्त कैंसर से पीड़ित 18 वर्ष तक के 290 बच्चे उपचाराधीन हैं। वहीं, सिकलसेल एनीमिया व थैलीसीमिया नामक रक्त डिसआर्डर बीमारी से पीड़ित 161 बच्चों का भी उपचार चल रहा है। सभी बच्चों के इलाज के लिए प्रत्येक दूसरे सप्ताह वजन के हिसाब से एक या दो यूनिट रक्त की जरूरत पड़ती है।
इस हिसाब से प्रत्येक माह 451 बच्चों के हिसाब से संस्थान को 1,804 यूनिट रक्त की आवश्यकता रहती है, लेकिन महामारी के बीच लोगों ने रक्तदान से कदम पीछे खींच लिए हैं। लिहाजा संस्थान में तीन फीसद बच्चों के उपचार के लिए भी रक्त नहीं है। अन्य ब्लड बैंक में भी रक्त की बेहद कमी है। कमी को दूर करने के लिए चाइल्ड पीजीआइ प्रबंधन ने सरकारी और निजी संस्थानों व सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर चस्पा कर बच्चों की सलामती के लिए गुहार लगाई है। बोन मैरो ट्रांसप्लांट से उपचार रुका
कैंसर पीड़ित बच्चों के उपचार के लिए संस्थान में बोन मैरो ट्रांसप्लांट की भी सुविधा है, लेकिन रक्त के अभाव में बच्चों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। प्रबंधन के अनुसार प्रदेश में केजेएमयू लखनऊ के अलावा यह सुविधा सिर्फ चाइल्ड पीजीआइ में ही है। 2019 से अबतक पांच बच्चे बोन मैरो ट्रांसप्लांट से ठीक हो चुके हैं। विभिन्न ब्लड बैंक में रक्त की स्थिति (यूनिट में)
ब्लड ग्रुप चाइल्ड पीजीआई जिला अस्पताल रोटरी क्लब
ए पाजीटिव 06 03 11
ए नेगेटिव 01 01 00
बी पाजीटिव 10 10 43
बी नेगेटिव 02 01 02
एबी पाजीटिव 00 00 08
एबी नेगेटिव 01 00 01
ओ पाजीटिव 10 04 54
ओ नेगेटिव 04 00 01
कुल 34 19 120 उपचाराधीन रक्त कैंसर से पीड़ित बच्चे
रक्त कैंसर रोगी
ल्यूकेमिया 240
लिम्फोमा 30
अप्लास्टिक एनीमिया 20 उपचाराधीन रक्त डिसआर्डर से पीड़ित बच्चे
रोग रोगी
थैलेसीमिया 150
सिकल सेल एनीमिया 11 लोग कोरोना के कारण रक्तदान से कतरा रहे हैं। यदि संक्रमण बढ़ रहा है तो टीकाकरण भी हो रहा है। संस्थान में सावधानी पूर्वक रक्तदान कराया जाता है। बच्चों की जिदगी बचाने के लिए सभी को महादान कर पुण्य कमाना चाहिए।
- डॉ. राधा कृष्णन, एचओडी, हिमेटोलाजी विभाग चाइल्ड पीजीआइ सेक्टर-30
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