नोएडा में खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने के नाम पर हो रहा बड़ा 'खेल', ठगों का तरीका जानकर चौंक जाएंगे आप
गौतमबुद्ध नगर में खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है। ये विज्ञापन के ज़रिए लोगों को फंसाते हैं और मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। पुलिस कार्रवाई के बावजूद, अपराधी फरार हो जाते हैं। कई लोग इस गिरोह का शिकार हुए हैं, जिन्होंने नौकरी के नाम पर लाखों रुपये गंवा दिए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गौतमबुद्ध नगर में खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है।
जागरण संवाददाता, नोएडा। गौतमबुद्ध नगर में धोखेबाजों का एक गिरोह सक्रिय है, जो कथित तौर पर खाड़ी देशों समेत विदेशों में नौकरी दिलाने का वादा करता है। वे भोले-भाले कामकाजी लोगों को विज्ञापनों के ज़रिए लुभाते हैं और उन्हें विदेश में काम करके मोटी रकम कमाने का सपना दिखाते हैं।
गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस पीड़ितों की शिकायतों के बाद कार्रवाई कर रही है, लेकिन तब तक अपराधी अपने दफ्तर बंद कर कहीं और जा चुके होते हैं और दूसरों को फंसाने की योजना बना रहे होते हैं। इससे पहले, पुलिस सेक्टर 63, फेज 2 और फेज 1 समेत कई जगहों पर इस गिरोह पर कार्रवाई कर चुकी है। डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि पीड़ितों की शिकायतों के आधार पर जाँच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
बिहार के सारण जिले के नयागांव निवासी इलेक्ट्रीशियन उमेश कुमार शाह एक विज्ञापन के ज़रिए हरियाणा के फरीदाबाद निवासी धनंजय माझी और रीना ठाकुर के संपर्क में आए। धनंजय ने विदेश में नौकरी का झांसा देकर पीड़ित से 80,000 रुपये ऐंठ लिए। जब उसे विदेश नहीं भेजा गया, तो पीड़ित ने नोएडा के सेक्टर 18 स्थित ज्वेल एंटरप्राइजेज के दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई।
आरोपियों ने बहाने बनाते हुए जल्द समाधान का वादा किया और पीड़ित का पासपोर्ट भी ले लिया। अब, आरोपी अपना कार्यालय बंद कर फरार हो गए हैं। उन्होंने बिहार के रकीम आलम, साहिर हुसैन और वसीम को अज़रबैजान भेजने के नाम पर ₹1.90 लाख की ठगी की। उमेश ने सेक्टर 20 थाने में मामला दर्ज कराया है।
गाजियाबाद के खोड़ा निवासी पवन कुमार उपाध्याय का बेटा जयशंकर अगस्त 2024 में सेक्टर 62ए स्थित एक कंपनी के कार्यालय के चार-पाँच लोगों के संपर्क में आया। उन्होंने जयशंकर को लक्ज़मबर्ग में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। जयशंकर ने आरोपियों को दो किश्तों में ₹1.70 लाख दिए।
आरोपियों ने अभी तक जयशंकर को नौकरी नहीं दिलाई है और न ही पैसे वापस कर रहे हैं। पीड़ित का दावा है कि आरोपी अन्य युवकों को भी ठग रहे हैं। पीड़ित ने अपर पुलिस आयुक्त और चौकी प्रभारी से भी शिकायत की है।
ऐसे करते हैं ठगी
गिरोह के सदस्य कार्यालय खोलते हैं। वे विज्ञापन प्रकाशित कर दावा करते हैं कि खाड़ी देशों समेत विदेशों में फिटर, कुक, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर आदि के लिए भारी संख्या में रिक्तियां हैं। वे पंजीकरण, साक्षात्कार, पासपोर्ट, हवाई टिकट आदि के नाम पर लगभग 80,000 से 1 लाख रुपये तक वसूलते हैं।
साक्षात्कार के साथ ही मेडिकल भी कराया जाता है। फिर, विदेश भेजने की तारीख बताकर हवाई टिकट दे दिए जाते हैं। जब पीड़ित निर्धारित तारीख पर कार्यालय या हवाई अड्डे पर पहुँचता है, तो पता चलता है कि टिकट नकली हैं और कार्यालय बंद हो चुका है। इससे पीड़ित को ठगी का एहसास होता है।

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