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    टेक्नोलाजी से नोएडा में बनेगा ग्रीन कारिडोर

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 10 May 2022 10:13 PM (IST)

    जागरण संवाददाता नोएडा आपने ग्रीन कारिडोर के बारे में जरूर सुना होगा। इसमें पुलिस फोर्स ट्रैफिक पुलिस की एक पूरी यूनिट मिलकर एक सड़क को खाली करवाते है ताकि सड़क से एंबुलेंस या कोई भी आपातकाल वाहन निकल सके।

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    टेक्नोलाजी से नोएडा में बनेगा ग्रीन कारिडोर

    जागरण संवाददाता, नोएडा : आपने ग्रीन कारिडोर के बारे में जरूर सुना होगा। इसमें पुलिस फोर्स, ट्रैफिक पुलिस की एक पूरी यूनिट मिलकर एक सड़क को खाली करवाते है, ताकि सड़क से एंबुलेंस या कोई भी आपातकाल वाहन निकल सके। नोएडा में कम मानवीय संसाधनों का प्रयोग कर टेक्नालाजी से ग्रीन कारिडोर बनेगा और आपरेट भी होगा। नोएडा प्राधिकरण के नोएडा ट्रैफिक सेल की इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) योजना का यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे लेकर मंगलवार को सेक्टर-94 स्थित कमांड कंट्रोल रूम में यातायात पुलिस और नोएडा ट्रैफिक सेल समेत अन्य विभागों की बैठक में मंथन हुआ।

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    नोएडा ट्रैफिक सेल महाप्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि शहर में 84 चौराहों पर 1065 मल्टी डाइमेंशलन कैमरे लग रहे हैं। 20 चौराहों पर आइटीएमएस का 30 अप्रैल से ट्रायल हो रहा है। इसमें पांच चौराहों को मंगलवार को और बढ़ा दिया गया है। इसे सेक्टर-94 कंट्रोल रूम से आपरेट कर रहे हैं। यहां ये भी देखा जा रहा है कि चौराहों पर ट्रैफिक को कैसे संचालित करें। सिग्नलों का पूरा कंट्रोल यही से बैठकर हो रहा है। मंगलवार को एनाउंसमेंट का ट्रायल भी हुआ। आइटीएमएस को एनआइसी के साथ लिक करने की प्रक्रिया शुरू है, ताकि नियम तोड़ने वालों का चालान स्वत: हो जाए। 15 जून से शुरू होगा आईटीएमएस : डीसीपी यातायात गणेश पी साहा ने बताया कि नोएडा में 15 जून से आइटीएमएस योजना को शुरू कर दिया जाएगा। वर्तमान में 25 चौराहों पर इसका ट्रायल हो रहा है। इसमें यह भी देखा गया कि एक व्यक्ति का बार-बार चालान जनरेट न हो। बाक्स..

    एमपी रोड नंबर एक: कैसे बनेगा ग्रीन कारिडोर

    यदि किसी एंबुलेंस को सेक्टर-22 से रजनीगंधा होते हुए दिल्ली जाना है। वर्तमान में उसे छह सिग्नल मिलेंगे, जहां उसे रुकना होगा। आइटीएमएस सिस्टम शुरू होने के बाद उसे कमांड कंट्रोल को सूचना देनी होगी। इसके बाद कंट्रोल रूम में बैठे लोग समय के मुताबिक पूरे एमपी-एक रोड में लगे एक तरफ के सिग्नल को ग्रीन करेंगे। उसी समय बाकी सिग्नल रेड रहेंगे। साथ ही प्रत्येक चौराहे पर लाइव एनाउंसमेंट कर दिया जाएगा कि यह ग्रीन कारिडोर है।