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    ग्रेटर नोएडा: फॉरेक्स इनवेस्स्टमेंट का झांसा देकर साइबर ठगों ने बुजुर्ग से 50 लाख रुपये उड़ाए, मुकदमा दर्ज-जांच शुरू

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 11:14 PM (IST)

    ग्रेटर नोएडा में एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ एक बुजुर्ग व्यक्ति को विदेशी मुद्रा निवेश का लालच देकर साइबर अपराधियों ने 50 लाख रुपये की ठगी की। पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके और न्याय सुनिश्चित किया जा सके।

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    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, नोएडा। साइबर ठगों ने ग्रेटर नोएडा सेक्टर-तीन में 83 वर्षीय बुजुर्ग को बिटकाइन फोरेक्स ट्रेडिंग का विज्ञापन दिखाकर जाल में फंसाया और कई बार में 50.50 लाख रुपये की ठगी कर ली। वाट्सएप समूह में जोड़कर खाते की पूरी जानकारी ले ली। खाते से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का पता चलते ही स्वजन को शक हो गया। उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम पुलिस थाने में ठगी का मुकदमा कराया है।

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    शैलेंद्र कुमार गुप्ता प्राइवेट कंपनी से सेवानिवृत्त होकर ग्रेटर नोएडा में अकेले रहते हैं। स्वजन गुड़गांव में निवास करते हैं। उनके पास एक अगस्त को अनजान नंबर से व्यक्ति ने काल की। उसने बुजुर्ग के बैंक खाते की रकम और घूमने-फिरने के साथ अन्य रुचि को जान लिया। बुजुर्ग ने ठगों से कहा कि वह अपने रुपये निवेश कर बाकी के रुपये धार्मिक संगठन और धार्मिक यात्राओं पर खर्च कर सकते हैं।

    योजना के तहत शातिर ठग ने उन्हें ओएसएल नामक एप डाउनलोड कराया। इसमें फोरेक्स ट्रेडिंग के बहाने रकम निवेश कराने का झांसा दिया। वह ठग के जाल में फंस गए और पहली बार में 50 डालर यूएसडी के माध्यम से बिटकाइन के लिए निवेश कर दिया। ठगों ने 13 अगस्त को बदले में मुनाफे की रकम 4900 रुपये बुजुर्ग के खाते में ट्रांसफर कर दी।

    इसके बाद 17 से ज्यादा बार में 40 लाख 50 हजार रुपये ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए। उन्हें निवेश की रकम पर मुनाफा बढ़ता दिख रहा था। वह अक्टूबर में स्वजन के साथ बद्रीनाथ यात्रा पर गए थे। तभी ठगों ने उनसे वाट्सएप पर संपर्क कर तुरंत 10 लाख रुपये निवेश करने का दबाव बनाया। खाते में रकम न होने पर उन्होंने म्यूचुअल फंड से 10 लाख रुपये का लोन लेकर ठगों को दे दिए।

    स्वजन को इसका पता चलते ही उनके होश उड़ गए। तब उन्होंने बुजुर्ग को साइबर ठगी के बारे में बताया। बुजुर्ग की बेटी को ठगी की जानकारी हुई। ठगों ने उनका ब्रेनवाश कर जाल में फंसाया था। एडीसीपी साइबर शैव्या गोयल ने बताया कि बुजुर्ग से हुई ठगी के मामले में जांच कर रहे हैं। ठगी की रकम को फ्रीज कराकर संबंधित बैंक अधिकारियों से संपर्क किया है।

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