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    ग्रेटर नोएडा: नवीन मंडी में पीली पट्टी होगी लक्ष्मण रेखा, उल्लंघन करने पर होगा आढ़ती का लाइसेंस निरस्त

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 09:17 AM (IST)

    दादरी नवीन मंडी में पीली पट्टी को लक्ष्मण रेखा घोषित किया गया है। मंडी प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि किसी आढ़ती ने इस पट्टी का उल्लंघन किया तो उसका लाइसेंस रद कर दिया जाएगा। यह कदम मंडी में व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है। नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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    संवाद सहयोगी, दादरी। नवीन मंडी दादरी में धान की बोरियों के उठान में आ रही बाधा को रविवार को मंडी सचिव ने व्यापारियों के साथ बैठक कर दूर कर दिया। आढ़तियों को दुकानों के सामने खिंची पीली पट्टी के अंदर धान रखना होगा। पट्टी के बाहर धान की बोरी रखने पर आढ़ती का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। क्रय विक्रय का समय निर्धारण किया गया। व्यापारियों ने सहमति जताई और नियमानुसार कार्य कराने का भरोसा दिया, ताकि जाम ना लग सके।

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    मंडी सचिव ने बताया कि शनिवार रात मंडी में धान की बोरियों के उठान में बाधा आने के कारण कामगारों द्वारा मेन गेट बंद कर हड़ताल करने की घटना संज्ञान में आई थी। रविवार को व्यापारियों के साथ बैठक कर समस्याओं के निराकरण पर चर्चा की गई। तय किया गया किसानों से धान के क्रिय, विक्रय की समय सीमा दोपहर दो बजे तक रहेगी।

    सभी आढ़तियों की दुकानों के सामने भंडारण करने के लिए जगह चिह्नित कर पीली पट्टी खींची जायेगी। इसके आगे भंडारण करने वाले आढ़ती का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। लोडिंग वाले वाहन चार बजे के बाद मंडी के अंदर प्रवेश करेंगे। वही वाहन प्रवेश करेंगे जिनके पास टोकन होगा। सब्जी मंडी रोड पर बैठने वाले फुटकर विक्रताओं काे रोड से हटाया जाएगा। सब्जी मंडी गेट प्रवेश के लिए और कांटे वाला गेट निकासी के लिए प्रयोग किया जायेगा।


    मंडी में रोजाना 25 से 30 वाहनों में लोडिंग होती है। अक्टूबर में धान की आवक दो लाख नौ हजार टन रही। पिछले वर्ष एक लाख 91 हजार टन रही थी। बैठक में मंडी अध्यक्ष गजेंद्र गुप्ता, मूलचंद प्रजापति, अंशुल अग्रवाल, सोनू सिंघल, राहुल भाटी, अंकित, बिट्टू आदि मौजूद रहे।

    जगह की कमी से आ रही समस्या

    धान की बोरियां जगह की कमी के कारण रास्तों पर रखी गई हैं। इससे किसान धान को सड़क पर ही उतारने को विवश हैं। इस स्थिति ने मंडी में अफरातफरी का माहौल बना दिया है। रास्तों की बाधा से भंडारित धान की बोरियों को उठाने वाले ट्रक अंदर नहीं आ पा रहे, इससे कामगारों की मजदूरी प्रभावित हो रही है। कामगारों ने मंडी समिति के कर्मचारियों पर व्यवस्था नहीं बनाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को मंडी का गेट बंद कर हड़ताल पर चले गये थे।