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    चलो गांव की ओर : गांव छोटा-समस्याएं बड़ी, ग्रामीण परेशान

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 25 May 2019 07:16 PM (IST)

    दनकौर ब्लाक के जानीपुरा गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तहत आने वाले जानीपुरा गांव की सड़क टूटी पड़ी हैं। सड़कों पर गंदगी फैली रहती है। ग्रामीण बिजली पानी स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। गांव के रास्ते व खड़ंजे जर्जर हालत में पहुंच चुके हैं। जगह-जगह रास्तों पर गंदगी का ढेर लगा है। शिकायत के बाद भी सफाई नहीं होती। दनकौर विकास खंड का छोटा सा यह गांव आज भी विकास से कोसों दूर है।

    चलो गांव की ओर : गांव छोटा-समस्याएं बड़ी, ग्रामीण परेशान

    दनकौर ब्लाक के जानीपुरा गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तहत आने वाले जानीपुरा गांव की सड़क टूटी पड़ी हैं। सड़कों पर गंदगी फैली रहती है। ग्रामीण बिजली, पानी, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। गांव के रास्ते व खड़ंजे जर्जर हालत में पहुंच चुके हैं। जगह-जगह रास्तों पर गंदगी का ढेर लगा है। शिकायत के बाद भी सफाई नहीं होती। दनकौर विकास खंड का छोटा सा यह गांव आज भी विकास से कोसों दूर है। गांव की ऐतिहासिक विशेषता

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    हर गांव की कोई न कोई विशेषता होती है। जानीपुरा गांव के पीछे भी एक कहानी जुड़ी है। बुजुर्गों ने बताया कि गांव का इतिहास करीब 200 वर्ष पुराना है। दो सौ वर्ष पहले जैमस भाटी ने देवटा गांव से यहां आकर जैमसपुर गांव बसाया था। जैमस भाटी बहुत मेहनती व हिम्मत वाले थे। उन्होंने अपनी जान पर खेलकर कई लोगों की जान बचाई थी, इसलिए इसका नाम जानीपुरा गांव पड़ा। अधिकतर लोग एक ही परिवार के हैं और आपसी प्यार व भाईचारे के साथ रहते हैं। गांव की प्रमुख समस्याएं

    वर्षों से बंद पड़ा है पंपहाउस

    ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कई वर्ष पहले प्राधिकरण ने पंप हाउस का निर्माण कराया था, लेकिन आज तक पंपहाउस शुरू नहीं हो सका है। प्राधिकरण की लापरवाही व उदासीनता के चलते पंप हाउस के आसपास गंदगी व घास उग आई है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी आज तक पंपहाउस चालू नहीं हो सका है। लोगों की लागत से बना पंपहाउस का ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। ग्रामीण आज भी बाजार से पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं। बंद पड़े हैं गांव के सरकारी नलकूप

    केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन इस गांव में आधे से अधिक सरकारी नलकूप खराब पड़े हैं। ग्रामीण ब्लाक अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय, तहसील दिवस से लेकर जिला प्रशासन तक से इन नलकूपों को ठीक कराने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक इन नलकूपों को ठीक नहीं करवाया गया। लोगों को गर्मी में पीने का पानी तक नहीं मिल पाता। तालाब में गंदगी की नहीं हुई सफाई

    गांव के तालाब में गंदगी, लंबी-लंबी घास व समुद्रसोख खड़ा है। तालाब से पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों के घरों का गंदा पानी तालाब में जमा हो रहा है, लेकिन सफाई न होने से गंदगी व बदबू से आसपास रहने वाले ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों, प्राधिकरण व संबंधित विभाग से गांव में जल निकासी के उचित प्रबंध कराने की मांग की लेकिन आज तक उनकी मांग पर सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों की प्रतिक्रियाएं

    गांव में तैनात सफाई कर्मचारी समय से नहीं आता। कई बार ग्रामीणों ने सफाईकर्मी की शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। लोग गंदगी में ही रहने को मजबूर हैं।

    -ब्रह्मी सिंह गांव के मुख्य मार्गों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। नालियों की समुचित व्यवस्था न होने के कारण ग्रामीणों के घरों का पानी भी सड़क पर भर जाता है। इससे लोगों का पैदल निकलना भी मुश्किल है।

    -जयवती गांव की बिजली की लाइन जर्जर हो चुकी है। हाईटेंशन लाइन के नीचे मानकों के अनुरूप सुरक्षा जाल नहीं लगाए गए हैं। जर्जर तार टूटने पर कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है।

    -सूरज, ग्रामीण गांव के मुख्य मार्ग से पानी निकासी की कोई व्यवस्था नही है। घरों से निकला पानी रास्ते में जमा हो जाता है। गंदे पानी से ग्रामीणों का निकलना मुश्किल हो गया है।

    -रेशा, ग्रामीण गांव में लाखों की लागत से बने पंप हाउस का ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल रहा। पंप हाउस आज तक चालू नहीं हुआ और ग्रामीण शुद्ध पेजयल के लिए तरस रहे हैं।

    -करतार भाटी, ग्रामीण गांव का विद्यालय जर्जर हो गया है। बरसात में कमरों से पानी टपकता रहता है। गांव में डाली गई सीवर लाइन आज तक चालू नहीं की गई। ग्रामीण तालाब की गंदगी व पानी की निकासी न होने से परेशान हैं।

    -राजेंद्र भाटी जिला प्रशासन गांवों के विकास के लिए कई योजनाएं चला रहा है। क्षेत्र के विभिन्न गांवों में सड़क, पानी, नाली, रोड आदि के काम कराए गए हैं। गांव में खराब पड़े हैंडपंपों को शीघ्र ही ठीक करवाया जाएगा।

    -अनिल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी, गौतमबुद्ध नगर

    जागरण सुझाव

    -गांव के बीच में जर्जर बिजली के तारों को बदला जाए

    -तालाबों की सफाई, खुदाई और सुंदरीकरण कराई जाए

    -गांव के मार्ग पर भरा पानी निकासी की व्यवस्था कराई जाए

    -पंचायत घर के आसपास सफाई करवाई जाए

    -स्ट्रीट लाइटें लगवाई जाए, सफाई व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए

    -गांव के खराब हैंडपंप ठीक करवाए जाएं

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