सड़कों को लाल होने से रोकेगी 'खाकी', गौतमबुद्ध नगर के 14 थाने संवेदनशील; ट्रैफिक में सुधार के लिए एक्शन प्लान तैयार
गौतमबुद्ध नगर में सड़कों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने कमर कसी है। 14 थानों को संवेदनशील घोषित किया गया है, जहां ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए एक्शन प्लान तैयार है। पुलिस ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन कराएगी और जागरूकता अभियान चलाएगी, ताकि सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके।
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यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई दुर्घटना के दौरान पलटी ईंट लदी ट्रॉली। जागरण आर्काइव
मुनीश शर्मा, नोएडा। सड़कों को लाल होने से रोकने के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस भी पहल करती नजर आएगी। शून्य मृत्यु जिला कार्यक्रम के तहत जिले के 14 थाने संवेदशील मानक के दायरे में हैं। थानों में क्रिटिकल कारिडोर टीम बनेंगी। टीमों को संसाधन मुहैया कराकर हादसों की जांच कराई जाएगी। हादसे का कारण और रोकने के प्रयास की रिपोर्ट बनानी होगी। डीजीपी मुख्यालय से रिपोर्ट की नियमित निगरानी और समीक्षा होगी।
हर साल हजारों लोग काल के गाल में समा जाते हैं। कुछ जीवनभर अंग भंग के दर्द के साथ जीवन जीने को मजबूर होते हैं। हर हादसे में ओवरस्पीड जैसी लापरवाही या रोड इंजीनियरिंग, चेतावनी आदि संसाधनों का अभाव जैसे मानकों की खामी होना सामने आता है। खुद प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का प्रयास है कि सड़क हादसों के ग्राफ को नीचे लाया जाए।
इसी ध्येय के साथ सड़कों हादसों को रोकने के लिए सरकारी मशीनरी एकीकृत पहल कर रही है। शासन स्तर से शून्य मृत्यु जिला कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। इसमें हर जिले में ब्लैक स्पॉट के आधार संबंधित थाना(संवेदनशील थाना) पुलिस को सहयोगी बनाया गया है।
डीसीपी प्रवीण रंजन सिंह ने बताया कि संवेदनशील थानों को एल्कोमीटर व स्पीड गन समेत अन्य अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराये जाएंगे। इनमें क्रिटिकल कारिडोर टीम बनाकर प्रवर्तन व दुघर्टना की जांच का जिम्मा सौंपा जाएगा। एसीपी और डीसीपी स्तर के अधिकारी अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कराएंगे।
तीन मानकों पर होगा काम
सड़क हादसों को रोकने और यातायात में सुधार के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। इसमें रोड इंजीनियरिंग, संसाधनों व पुलिस बल की उपलब्धता, तकनीकी पहलुओं तथा अन्य कारकों का विश्लेषण कर दुर्घटनाएं घटाने की रणनीति को शामिल किया गया है।
यह थाने हैं संवेदनशील
जिले में सड़क हादसों के आधार पर बादलपुर, सेक्टर 39, सेक्टर 126, नालेज पार्क, दनकौर, रबूपुरा, सेक्टर 20, सेक्टर 24, सेक्टर 58, फेज वन, फेज दो, बिसरख, सूरजपुर, इकोटेक तीन संवेदनशील हैं।
जिले में हैं 35 ब्लैक स्पॉट
सड़क सुरक्षा समिति के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर में एनएच 24 पर लालकुआं चौराहा, एनएच 91 पर भारत धर्मकांटा, बिसरख मोड, छपरौला, दुजाना गांव, सादोपुर झाल, धूममानिकपुर, नोएडा सेक्टर 82 कट, चरखा गोलचक्कर, जीरो प्वाइंट, दनकौर, फलैदा कट, सेक्टर 21-25 कट, महामाया फ्लाइओवर, गिझौड़ लाल बत्ती, सेक्टर 60 यूफ्लेक्स फैक्ट्री, सेक्टर 62 गोल चक्कर, फोर्टिस अस्पताल, सेक्टर 57 लाल बत्ती, सेक्टर 14ए मैन गेट, डीएडी टोल रोड पर दो, बीपीएल कट, मामूरा यूटर्न, सेक्टर 71 अंडरपास, सेक्टर 67, चारमूर्ति, लाल कुआं पुल के पास, तिलपता 130 मीटर रोड, सूरजपुर-दादरी रोड, कच्ची सड़क तिराहा, चौगानपुर गोल चक्कर, सैनी गोल चक्कर ब्लैक हैं।
2025 में सड़क हादसों में मौत
| माह | मौत |
|---|---|
| अप्रैल | 37 |
| मई | 45 |
| जून | 28 |
| जुलाई | 55 |
| अगस्त | 55 |
| सितंबर | 39 |
| अक्टूबर | 28 |
2025 में वाहनों के चालान
| माह | चालान (लाख में) |
|---|---|
| जनवरी | 2.19 लाख |
| फरवरी | 2.26 लाख |
| मार्च | 2.20 लाख |
| अप्रैल | 2.22 लाख |
| मई | 2.54 लाख |
| जून | 2.45 लाख |
| जुलाई | 2.61 लाख |
| अगस्त | 2.15 लाख |
| सितंबर | 2.07 लाख |
| अक्टूबर | 2.01 लाख |

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