बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर F1 रेस की जल्द हो सकती है वापसी, जापानी प्रतिनिधिमंडल ने किया दौरा
बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर फॉर्मूला वन रेस की वापसी की उम्मीदें बढ़ गई हैं। एक जापानी प्रतिनिधिमंडल ने सर्किट का दौरा किया और ट्रैक की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरे से भारत में F1 रेस के पुनरुद्धार की संभावना मजबूत हुई है, जिससे मोटरस्पोर्ट्स और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है।

भारत में एक बार फिर एफ-1 रेस के आयोजन की संभावना बढ़ी।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यीडा) के अधिकारियों ने बड़ा खुलासा किया है। जापानी (ग्रां.प्री) एफ1 समूह के प्रतिनिधिमंडल ने बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट का दौरा किया है। यह दौरा भारत में एफ1 रेस के आयोजन की संभावनाओं को तलाशने के लिए किया गया। एक दशक से भारत में एफ1 रेस का आयोजन नहीं हुआ है, लेकिन अब 2025 में इसकी वापसी की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
भारत में एफ1 की वापसी की संभावनाएं
2011 से 2013 तक बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट ने लगातार तीन एफ1 इंडियन ग्रां प्री की मेजबानी की थी। इसके बाद टैक्स और रेगुलेटरी मुद्दों के कारण यह आयोजन रुक गया था। 2023 में मोटो जीपी भारत के सफल आयोजन ने एफ 1 रेस का रास्ता साफ किया है। यीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, मोटो जीपी की सफलता ने साबित कर दिया कि यह सर्किट अंतरराष्ट्रीय स्तर की रेस के लिए तैयार है। 2025 में एफ1 की वापसी के लिए बातचीत तेज हो गई है।
मोटो जीपी का योगदान
2023 में मोटो जीपी भारत का पहला संस्करण बुद्ध सर्किट पर ही हुआ था, जहां इटली के मार्को बेज़्ज़ेक्की ने जीत हासिल की थी। इस इवेंट ने 1 लाख से ज्यादा दर्शकों को आकर्षित किया था। मोटो जीपी की सफलता ने एफ1 अधिकारियों का भरोसा बढ़ाया है, और इससे भारत में एफ-1 रेस की संभावना बढ़ गई है।
भारत के लिए इसके क्या हैं मायने?
भारत में एफ1 की वापसी से न सिर्फ मोटरस्पोर्ट्स को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ग्रेटर नोएडा की अर्थव्यवस्था को भी इससे फायदा होगा। पर्यटन, होटल और स्थानीय व्यवसायों को इस आयोजन से बूस्ट मिलेगा। सर्किट के आसपास जेपी स्पोर्ट्स सिटी पहले से ही एक बड़ा आकर्षण का केन्द्र है। दर्शक अब इंतजार कर रहे हैं कि कब फिर से कारों का शोर यहां गूंजेगा।

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