Dog Attack: सर्द मौसम में खूंखार हो रहे कुत्ते, नोएडा के जिला अस्पताल में 500 से ज्यादा मरीजों को लगी एआरवी
नोएडा के जिला अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन के लिए मरीजों की भारी भीड़ देखी गई। सर्दियों में कुत्तों के व्यवहार में बदलाव के कारण काटने के मामले बढ़ रहे हैं, जिससे अस्पताल में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। अक्टूबर महीने में 6500 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई।

जागरण संवाददाता, नोएडा। सर्द मौसम शुरुआत होते ही कुत्तों के अंदर बदल रहे कोर्टिसोल हार्मोन उन्हें खूंखार बना रहा है। आलम यह है कि सेक्टर्स, व्यवसायिक क्षेत्र समेत तमाम इलाकों में पालतू व बेसहारा जानवर चिड़चिड़े होने से बच्चे, बड़े और महिलाओं को ज्यादा निशाना बना रहे हैं।
सोमवार को सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल में इस वर्ष के रिकॉर्ड 500 से ज्यादा मरीज एंटी रेबीज वैक्सीन सेंटर पर सुरक्षा की डोज लगवाने पहुंचे। उन्हें काफी देर तक लंबी कतार में खड़े होकर डोज का इंतजार करना पड़ा। दोपहर ढाई बजे तक 435 मरीजों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी।
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फार्मासिस्ट जीएस चौहान ने बताया कि मौसम बदलने के समय कुत्तों के काटने मामले बढ़ रहे हैं। रोजाना की ओपीडी में 250 से 350 मरीज एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने आते हैं। यदि किसी मरीज का घाव ज्यादा है तो उन्हें एंटी सीरम की डोज लगाई जाती है। अक्टूबर माह में एआरवी सेंटर पर 6500 से ज्यादा मरीजों को डोज लगाई गई है जबकि सोमवार को रिकार्ड 519 मरीज केंद्र पर डोज के लिए पहुंचे।
सुबह आठ बजे से केेंद्र के बाहर मरीजों की कतार लग गई थी। दोपहर एक बजे तक 390 जबकि ढाई बजे तक 435 मरीजों को डोज दी गई। इनमें कई मरीज सेक्टर-62, सेक्टर-60, सेक्टर-66, सेक्टर- 71, सेक्टर-110 भंगेल, गढ़ी-चौखंडी समेत अन्य क्षेत्रों से थे।
बता दें कि 2024 में सर्दी के शुरुआती तीन माह में 13 हजार 249 मरीजों ने कुत्तों के काटने पर एंटी रेबीज डोज ली थी जबकि मौसम बदलने पर जून और जुलाई माह में 7425 मरीज अस्पताल पहुंचे थे। सितंबर और अक्टूबर में मौसम बदलने पर कुत्तों के अंदर कोर्टिसोल हार्मोन तेजी से संतुलन खोने लगे और चिड़चिडापन या हमले की आहट में शहर के 8 हजार 13 लोगों को काटकर जख्मी कर दिया।

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