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    ग्रेटर नोएडा को मिलेगा नया 'ग्रीन लंग', धनौरी वेटलैंड बनेगा बायोडायवर्सिटी पार्क; हजारों पक्षी होंगे सुरक्षित

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 08:30 PM (IST)

    यमुना अथॉरिटी धनौरी वेटलैंड को बायोडायवर्सिटी पार्क के रूप में विकसित करेगी क्योंकि रामसर साइट का प्रस्ताव रद हो गया था। लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत ...और पढ़ें

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    यमुना अथॉरिटी धनौरी वेटलैंड को बायोडायवर्सिटी पार्क के रूप में विकसित करेगी। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। यमुना अथॉरिटी एरिया में धनौरी वेटलैंड को बायोडायवर्सिटी पार्क के तौर पर डेवलप किया जाएगा। रामसर साइट का प्रपोजल रिजेक्ट होने के बाद YEIDA ने यह फैसला लिया है। इससे वेटलैंड और इसकी बायोडायवर्सिटी को बचाया जा सकेगा। अथॉरिटी को करीब 30 हेक्टेयर जमीन एक्वायर करनी होगी, जिसकी लागत ₹150 करोड़ होगी।

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    YEIDA जल्द ही वेटलैंड को बायोडायवर्सिटी पार्क के तौर पर डेवलप करने के लिए कंसल्टिंग एजेंसी चुनेगा।
    यमुना अथॉरिटी के नोटिफाइड एरिया में धनौरी वेटलैंड बायोडायवर्सिटी से भरपूर है। हर साल सर्दियों में यहां हजारों की संख्या में माइग्रेटरी बर्ड्स आते हैं। इससे बड़ी संख्या में बर्डवॉचर्स और बर्डवॉचर्स भी आते हैं।

    हालांकि, YEIDA एरिया में डेवलपमेंट से वेटलैंड पर असर न पड़े, इसके लिए YEIDA ने धनौरी वेटलैंड के आसपास सिर्फ रेजिडेंशियल डेवलपमेंट का प्लान बनाया है। वेटलैंड और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की जमीन के अलावा अथॉरिटी ने इसके लिए अपनी जमीन भी तय की है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने धनौरी वेटलैंड को रामसर साइट के तौर पर लिस्ट करने का प्रपोज़ल दिया था, लेकिन उसे मंज़ूरी नहीं मिली।

    अथॉरिटी ने अब इसे बायोडायवर्सिटी पार्क के तौर पर डेवलप करने का फ़ैसला किया है। YEIDA के CEO राकेश कुमार सिंह ने बताया कि धनौरी वेटलैंड बायोडायवर्सिटी से भरपूर है। इसे बायोडायवर्सिटी पार्क के तौर पर डेवलप और सुरक्षित रखा जाएगा। जल्द ही एक कंसल्टिंग एजेंसी चुनी जाएगी।

    46.35 हेक्टेयर एरिया में वेटलैंड

    धनौरी वेटलैंड 46.35 हेक्टेयर में फैला है। 12 हेक्टेयर गांव के लोगों का है। 25 हेक्टेयर YEIDA का है। अथॉरिटी लगभग 30 हेक्टेयर ज़मीन एक्वायर करेगी, जिसकी अनुमानित लागत लगभग ₹150 करोड़ है। किसानों के हितों की रक्षा उनकी वेटलैंड जमीन पर की जाएगी, लेकिन वे ऐसा कोई काम नहीं कर पाएंगे जिससे बायोडायवर्सिटी पर असर पड़े।

    माइग्रेटरी पक्षियों का घर होने के साथ-साथ, यह शहर के लिए ग्रीन लंग भी बनेगा। वेटलैंड के आस-पास की ज़मीन को ज़्यादा पेड़-पौधे लगाकर ग्रीन ज़ोन बनाया जाएगा। यह इलाका YIDA सिटी के लिए ग्रीन लंग का काम करेगा और प्रदूषण को बैलेंस करने में मदद करेगा। यह इलाका, जो माइग्रेटरी पक्षियों का घर है, एक नेचुरल टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी डेवलप किया जाएगा।

    बायोडायवर्सिटी पार्क क्या है?

    बायोडायवर्सिटी पार्क एक सुरक्षित इलाका है जहाँ बायोडायवर्सिटी—पौधे, जानवर, माइक्रोऑर्गेनिज्म और इकोसिस्टम—को बचाया और ठीक किया जाता है। स्थानीय पेड़-पौधों और जानवरों को बचाया जाता है। तालाब, घास के मैदान और जंगल जैसी जगहें जीवों के लिए सही माहौल देने के लिए बनाई जाती हैं।