नोएडा में बीएलओ शिक्षिका ने इस्तीफा देकर बनाया सोशल मीडिया स्टंट, विभाग ने कहा- कोई त्यागपत्र नहीं मिला
नोएडा में मतदाता सूची को सटीक बनाने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान चल रहा है। कुछ बीएलओ द्वारा सोशल मीडिया पर त्यागपत्र अपलोड करने का मामला सामने आया है, जिसे अधिकारियों ने सोशल मीडिया स्टंट बताया है। इनमें गेझा की अध्यापिका पिंकी सिंह और हाजीपुर की शिक्षा मित्र कविता नागर शामिल हैं। विभाग का कहना है कि उन्हें कोई त्यागपत्र नहीं मिला है।
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नोएडा में बीएलओ शिक्षिका के त्यागपत्र की खबर फर्जी निकली।
जागरण संवाददाता, नोएडा। मतदान सूची को सटीक करने के लिए स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआइआर) अभियान चलाया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी बीएलओ को सौंपी गई है लेकिन कुछ बीएलओ ने पिछले दिनों अपनी त्यागपत्र लिखकर इंटरनेट मीडिया पर अपलोड कर दिया है।
अधिकारियों का कहना है कि यह इंटरनेट मीडिया स्टंट है। बीते रविवार उच्च प्राथमिक विद्यालय की गेझा की सहायक अध्यापिका पिंकी सिंह ने त्यागपत्र लिखकर वाट्सएप बीएलओ ग्रुप में अपलोड किया। इसके बाद शिक्षिका ने ग्रुप से स्वयं ही त्यागपत्र को डिलीट भी कर दिया। इस तरह के स्टंट ने अन्य बीएलओ को भी अपनी ओर आकर्षित किया।
इसके बाद प्राथमिक विद्यालय हाजीपुर की शिक्षा मित्र कविता नागर ने भी त्यागपत्र वाट्सएप पर अपलोड कर दिया। इनकी स्कूल से कार्य रिपोर्ट लेने पर बीएसए राहुल पंवार ने बताया कि कविता माह में आठ से दस बार ही स्कूल में कक्षाएं लेने पहुंचती हैं।
जो शिक्षक स्कूल जाने में अनियमित रहती हैं वहीं स्कूल प्रधानाचार्य ने बताया कि कई बार बीमार होने कारण बताकर छुट्टी पर रहती थी। और किसी भी बीएलओ का त्यागपत्र विभाग में नहीं आया है। हालांकि कई बीएलओ ने बताया कि कई लोगों के घर के बाहर घंटों खड़े होने के बाद लौटना पड़ रहा है इसके बाद भी लोगों को समझाते हुए एसआइआर के बारे में बता रहे हैं, जिससे लोग उनका सहयोग कर सकें।

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