Air Pollution: देश का पांचवां प्रदूषित शहर रहा नोएडा, बेहद खराब श्रेणी में हवा
नोएडा देश का पांचवां सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में पाई गई। शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार चिंता का विषय बना हुआ है। वायु प्रदूषण के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
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जागरण संवाददाता, नोएडा। प्रदूषण अब सांसों पर संकट बनने लगा है। बीते कई दिनों से प्रदूषण से राहत नहीं है। नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) बेहद खराब स्थिति में दर्ज हो रहा है। तीन दिनों से लगातार नोेए़डा में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा है।
मंगलवार को नोएडा का एक्यूआइ 304 अंक दर्ज होने से देश का पांचवां सबसे प्रदूषित शहर रहा। ग्रेटर नोएडा का 262 अंक खराब स्थिति में दर्ज हआ। देशभर के आंकड़ों को देखा जाए तो पहले सबसे प्रदूषित शहरों में पहले स्थान पर तुथकुंडी, दूसरे स्थान पर रोहतक, तीसरे स्थान गाजियाबाद और चौथे पर सिवान रहा।
सेक्टर 125 सबसे अधिक प्रदूषित
नोएडा में सेंट्रल पालूशन कंट्रोल बाेर्ड (सीपीसीबी) के चार मानीटिरिंग स्टेशन हैं। इसमें सेेक्टर-125 का एक्यूआइ 351 अंक सबसे अधिक दर्ज हुआ। जबकि, सेक्टर 62 में 282, सेक्टर 1 में 288 और से्क्टर 116 में एक्यूूूआइ 321 अंक दर्ज हुआ।
दीपावली से ही बेहद खराब स्थिति में है प्रदूषण के पार प्रदूषण
देखा जाए तो दीपावली के दो दिन बाद से प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हो गया था। 20 अक्टूबर को दीपावली के दिन नोएडा का एक्यूआइ 320 था और ग्रेटर नोएडा का 282 था। हालांकि 31 अक्टूबर को इसमे सुधार हुआ था जो नोेेएडा में 163 और ग्रेटर नोएडा में 116 था। लेकिन एक नवंबर से एकबार फिर से स्तर बिगड़ने लगा।
तिथि नोएडा का स्तर ग्रेटर नोएडा का स्तर
- 04 नवंबर 304 262
- 03 नवंबर 312 300
- 02 नवंबर 348 340
- 01 नवंबर 292 265
सांस की बीमारी के बढ़ने लगे मरीज
शहर में बढ़ते प्रदूषण के चलते लगातार सांस के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। जिला अस्पताल के आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या 40 से 60 तक हैं, जिनमें सांस की दिक्कत, खांसी, आंखों में जलन, छांती में दर्द, गले में खराश, दम घुटना जैसी समस्याओं के ही मरीज शामिल हैं।
ओपीडी में इन दिनों सांस, खांसी, गले में खराश, दम घुटना ऐसी शिकायतें अधिक आ रही हैं, इनमें युवा ज्यादा हैं जो ऑफिस या कॉलेज जाने वाले हैं। ऐसे में हम सलाह देते हैं कि मास्क अवश्य पहने खासतौर पर बुजुर्ग और बच्चे अधिक ध्यान दें। हेल्दी खाए, फ्रेश खाए, प्रदूषण को कंट्रोल करने में सहयोग दें।
-डॉ शोएब, एक्सपर्ट, जिला अस्पताल
प्रयासों का असर दिख रहा है पहले से काफी राहत हैं , क्योंकि हम प्रयास कर रहे हैं , विभाग की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं लोग भी सहयोग कर रहे हैं, आगे सुधार होगा पूरी उम्मीद है।
रीतेश सिंह, क्षेत्राधिकारी, यूपीपीसीबी

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