पक्षियों को बचाने के लिए कर रहे जागरूक
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : पिछले कुछ समय से जारी प्रचंड गर्मी व चिलचिलाती धूप ने आम आदमी से लेक
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : पिछले कुछ समय से जारी प्रचंड गर्मी व चिलचिलाती धूप ने आम आदमी से लेकर पशु-पक्षियों की दिनचर्या को अस्त-व्यस्त करके रख दिया है। आलम यह है कि भीषण गर्मी की वजह से प¨रदे कहीं देखने को नहीं मिल रहे हैं। पारा दिनोंदिन चढ़ रहा है। मौसम के जानकारों का मानना है कि आने वाले समय में गर्मी से इंसानों के साथ पशु-पक्षी पर भी अधिक असर पड़ेगा। गर्मी व तेज धूप से बचने के लेकर मनुष्य तो अपना इंतजाम कर लेता है, लेकिन बेजुबान प¨रदों के पास ज्यादा विकल्प नहीं होता। ऐसे में अगर मानव द्वारा इनके लिए कुछ किया जाता है, तो इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता। इसी बात को समझते हुए शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के लोग इनके संरक्षण व संवर्धन का भरसक प्रयास कर रहे हैं।
बच्चों को सिखा रहे पक्षी संरक्षण के गुर :
शहर की निजी व प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक पक्षियों को गर्मियों में होने वाली समस्याओं को देखते हुए विद्यार्थियों को उनके संरक्षण का पाठ पढ़ा रहे हैं। विशेष कक्षाएं लगाकर विद्यार्थियों को पक्षियों की सेवा करने के लिए जागरूक कर रहे हैं। प्राथमिक विद्यालय बिरौंडा के प्रधानाध्यापक अशोक शर्मा ने बताया कि नियमित रूप से कक्षाओं में विद्यार्थियों को पक्षी संरक्षण को लेकर तमाम बातें बताई जा रही हैं व गर्मियों में उनके लिए जल पात्र रखने को लेकर बच्चों को प्रेरित किया जा रहा है।
स्कूल में किया गया है क्लब का गठन :
पक्षियों के संरक्षण को लेकर स्कूलों में क्लब का गठन किया गया है, जिसके सदस्य खुद पक्षियों की सेवा व संरक्षण करने के साथ ही अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके अलावा विद्यार्थियों को भी गर्मियों में पक्षियों की देखभाल करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सेक्टर बीटा वन स्थित प्रग्यान स्कूल में पक्षियों की देखभाल विद्यार्थियों को इसके लिए प्रेरित करने के लिए ईको क्लब का गठन किया गया है। क्लब की सदस्य ममता ने बताया कि क्लब के सदस्य विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण व पक्षियों की देखभाल के लिए प्रेरित करते हैं।
चार साल से कर रहे पक्षियों की सेवा :
गांव मायचा निवासी नेपाल भाटी पिछले चार साल से पक्षियों की सेवा कर रहे हैं। गर्मियों के दिनों में पक्षियों को होने वाली समस्या को देखते हुए नेपाल और भी ज्यादा सक्रियता से अपना कार्य करने लगते हैं। उन्होंने बताया कि वे अन्य ग्रामीणों को भी पक्षियों की सेवा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसी का प्रभाव है कि स्थानीय लोग पक्षियों को पानी पिलाने के लिए घर, आंगन, पेड़ और मंदिरों के बाहर जल पात्र बांध रहे हैं। साथ ही पक्षियों की सेवा का संकल्प भी ले रहे हैं।
पक्षियों पर रहता है ज्यादा असर :
गर्मी का असर पशुओं की अपेक्षा पक्षियों पर ज्यादा है। इसकी वजह यह है कि धूप में पक्षी उड़ते रहते हैं। कहीं रुक कर आराम के लिए इनके पास कोई आशियाना नहीं होता। काफी ऊपर जाने पर थकान हो जाती है और थक कर नीचे गिरने से पक्षी घायल हो जाते हैं। कई बार गिरते वक्त पेड़ या तार से टकराकर मर भी जाते हैं। गर्मी की सबसे ज्यादा मार कबूतर झेलते हैं। माना जाता है इनकी शारीरिक संरचना अन्य पक्षियों की अपेक्षा भिन्न होती है, जिनमें ज्यादा गर्मी व धूप झेलने की क्षमता नहीं होती।
- विद्यार्थियों को रोजाना कक्षाओं में पक्षियों के संरक्षण व उनकी समुचित देखभाल के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके साथ ही समय-समय पर पक्षियों के संरक्षण के लिए कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
अर¨वद शर्मा, अध्यापक प्राथमिक विद्यालय तुगलपुर
-भीषण गर्मी को देखते हुए पक्षियों के लिए ज्यादा से ज्यादा जगह जल पात्र रखकर उनकी सेवा कर रहे हैं। लोगों से आग्रह है कि वे भी प¨रदों की थोड़ी फिक्र करें।
राहुल भाटी, पक्षी प्रेमी गांव सहायपुर खुर्द
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।