एसी, कूलर नहीं, जिओ थर्मल प्लांट से ठंडा रहेगा घर
सिद्धार्थ शाह, ग्रेटर नोएडा एसी व कूलर बिजली बिल बढ़ाने के साथ ग्लोबल वार्मिंग फैला रहे हैं। अब आन
सिद्धार्थ शाह, ग्रेटर नोएडा
एसी व कूलर बिजली बिल बढ़ाने के साथ ग्लोबल वार्मिंग फैला रहे हैं। अब आने वाले समय में आपको गर्मी में एसी व कूलर की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिओ थर्मल प्लांट के सहारे भूमि के तापमान को पाइप के सहारे आपके घर तक लाया जा सकता है। ग्रेटर नोएडा के जीएल बजाज कॉलेज के छात्रों ने एक वर्ष तक जिओ थर्मल प्रोजेक्ट पर कार्य कर ऐसी तकनीक तैयार की है जिससे बगैर एसी कूलर घर को ठंडा रखा जा सकेगा।
जीएल बजाज इंजीनिय¨रग कॉलेज के छात्र आदित्य अरोड़ा, आदित्य राय, अभिषेक ¨सह, राहुल, शुभम अग्रवाल, राहुल कुमार, मोहम्मद जिशान, तारिक अनवर, सतीश, आनंद, दानिश, अंबेश, अमार ने प्रोफेसर वीआर मिश्रा, प्रोजेक्ट समन्वयक सुशील मधेशिया की मदद से डिजाइन, रिसर्च, तापमान, विश्लेषण पर कार्य किया है। इसके लिए कॉलेज परिसर में गड्ढा तैयार कर जिओ थर्मल पर रिसर्च किया गया। भू गर्भ के तापमान को पाइप के सहारे कॉलेज के कमरे तक ले जाया गया। वहां उनका प्रयोग सफल रहा। बताया जा रहा है कि अप्रैल 2016 के अंत तक यह पूरी तरह से सफल हो जाएगा। गर्मियों में बाहर का तापमान 35 से 40 डिग्री तक हो जाता है। जियो थर्मल के माध्यम से तापमान 22 से 25 डिग्री किया जा सकेगा।
जिओ थर्मल प्लांट से नहीं फैलेगा प्रदूषण
एसी व कूलर बाहरी तापमान को बढ़ा रहे हैं। इससे ग्लोबल वार्मिंग की समस्या खड़ी हो रही है। जिओ थर्मल में प्रदूषण की गुंजाइश शून्य से प्वाइंट एक तक होगी। इसके साथ ही यह बिजली की भारी बचत करेगा। साथ ही इसमें सिर्फ एक पंखे का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए ईंधन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
यह है जिओ थर्मल -
जिओ थर्मल को भू गर्भ की उष्मा कहा जाता है। भू गर्भ की गर्मी को पाइप लाइन, हवा के साथ एक प्रोसेस के द्वारा लाकर घर को ठंडा किया जा सकता है। धरती का तापमान एवं भू गर्भ का तापमान अलग होता है। जितनी खुदाई होगी भूमि में उतना तापमान नीचे जाता है। लेकिन यह प्रक्रिया रिसर्च के द्वारा ही संभव है। इसके लिए गड्ढा खोदकर भूमि के तापमान को पंखे के माध्यम से हवा को फोर्स कर घर तक लाया जा सकेगा। इसकी खासियत यह है कि जहां एसी को एक कमरे में लगाया जा सकता है। वहीं इस जिओ थर्मल को पूरे घर में लागू किया जा सकता है।
स्मार्ट सिटी के लिए कारगर साबित होगा जिओ थर्मल
सरकार द्वारा तैयार किए जा रहे स्मार्ट सिटी में जिओ थर्मल प्लांट कारगर साबित होने की उम्मीद है। भारत संयुक्त राष्ट्र संघ को कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के लिए आश्वस्त कर चुका है। स्मार्ट सिटी में सरकार द्वारा जियो थर्मल प्लांट को अप्लाई करने से प्रदूषण मुक्त शहर बन सकेगा।
जिओ थर्मल से प्रदूषण कम किया जा सकेगा। एसी व कूलर के प्रयोग के स्थान पर विकल्प के रूप में छात्रों ने इस प्रोजेक्ट पर कार्य किया। जिओ थर्मल से ग्लोबल वार्मिंग की समस्या नहीं रहेगी।
-सुशील मधेशिया, प्रोजेक्ट समन्वयक, जीएल बजाज कॉलेज, ग्रेटर नोएडा।
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