Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संभल हिंसा को लेकर ये क्या बोल गए राकेश टिकैत! गन्ना मंत्री के बयान पर भी दी तीखी प्रतिक्रिया

    भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि संभल जैसी घटनाएं देश में और भी होंगी क्योंकि ये वोटों की राजनीति की वजह से हो रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जीएम सीड्स लाकर फसल और नस्ल बर्बाद करना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों का समस्त कर्ज माफ होना चाहिए और एमएसपी गारंटी कानून देश में लागू होना चाहिए।

    By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Sat, 30 Nov 2024 10:13 PM (IST)
    Hero Image
    मुजफ्फरनगर में सरकुलर रोड स्थित आवास पर मीडिया से वार्ता करते भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत। जागरण

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि संभल जैसी घटनाएं देश में और भी होंगी, क्योंकि ये वोटों की राजनीति की वजह से हो रही हैं। पुलिस प्रशासन भी सत्ता के दबाव में है। वहीं, उन्होंने कहा कि प्रदेश के गन्ना मंत्री ने जो बयान दिया है कि हर साल गन्ना मूल्य नहीं बढ़ सकता है, इससे किसान बहुत आहत हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फसल और नस्ल बर्बाद करना चाहती है सरकार

    आरोप लगाया कि सरकार जीएम (जेनेटिकली मोडिफाइड) सीड्स लाकर फसल और नस्ल बर्बाद करना चाहती है। जीएम सीड्स के साथ ही राइट टू एजुकेशन और राइट टू हेल्थ को लेकर भाकियू लड़ाई लड़ रहा है। देश में फिर से बड़े आंदोलन की जरूरत है।

    शनिवार को यह बात चौधरी राकेश टिकैत ने सर्कुलर रोड स्थित अपने आवास पर प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि पूर्व में भाजपा नेता कहते थे कि गन्ना मूल्य 400 रुपये से अधिक दिलाएंगे, अब वह भूल गए हैं। गन्ना मूल्य कम से कम 450 रुपये कुंतल होना चाहिए, 14 दिन में भुगतान मिले, देरी होने पर ब्याज दिया जाए। 

    एमएसपी गारंटी कानून देश में लागू हो

    टिकैत ने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून देश में लागू होना चाहिए। राज्य सरकार भी इसकी सिफारिश करें। इसके लागू हुए बगैर गन्ना, धान, गेहूं समेत सभी 24 फसलों के उत्पादक किसानों को नुकसान हो रहा है। किसानों का समस्त कर्ज माफ होना चाहिए।

    राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार बैंगन और सरसों का जेनेटिकली मॉडिफाइड (जीएम) सीड्स देने पर जोर दे रही है, जिसके दूरगामी परिणाम होंगे, क्योंकि इस बीज से पनपे पौधे पर कीट पतंगा बैठेगा या पत्ते खाएगा तो वह मर जाएगा। इसका प्रभाव पेड़ पर लगने वाले फल में भी होगा, ऐसा कोई रिसर्च में सामने आया है। 

    आरोप लगाया कि नैनो यूरिया की फैक्ट्री किसी मंत्री के करीबी की है, जिस कारण नैनो यूरिया लेने को किसानों को बाध्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाकियू की तरफ से राइट टू एजुकेशन, राइट टू हेल्थ के साथ ही जीएम सीड्स के विरुद्ध लड़ाई लड़ी जा रही है। देश में एक और बड़े आंदोलन की जरूरत है।

    राजेश चौहान के जुबानी हमले का दिया जवाब

    भाकियू अराजनैतिक के अध्यक्ष राजेश चौहान के जुबानी हमले को लेकर कहा कि जिनके पूर्वज संपत्ति छोड़ गए हैं, उसमें वृद्धि करने वाला लायक होता है। जांच करा लो, सब साफ हो जाएगा। एक ऐसा गैंग है, जो जमीन खरीदता है और दूसरे संगठनों के लोगों को डराकर अपने साथ मिलाता है। उस गैंग में बड़े लेखक भी हैं, मगर वह अपने शराब से बर्बाद होते बच्चों के बारे में नहीं लिखते। 

    इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष नवीन राठी, प्रदेश महासचिव योगेश शर्मा, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेशाध्यक्ष जहीर फारूकी और अशोक तोमर मौजूद रहे।