यमुना में हेडक्वॉर्टर से 3.29313 लाख क्यूसेक छोड़ा पानी, तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ की चिंता, अलर्ट जारी
मुजफ्फरनगर में पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में वर्षा के कारण हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 329313 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो इस साल की सर्वाधिक संख्या है। यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की आशंका है जिसके चलते बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। यमुना में पानी छोड़े जाने के बाद तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग चिंतित हैं।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में वर्षा के चलते हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में अधिकतम 329313 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। इस वर्ष छोड़े गए पानी की यह सर्वाधिक संख्या है। इसके चलते यमुना नदी उफन सकती है, जिसे लेकर बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है। वहीं, यमुना में पानी छोड़े जाने के बाद तटवर्ती बाशिंदे भी चिंतित हो गए हैं।
मानसून में पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में हो रही वर्षा के चलते हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में निरंतर पानी छोड़ा जा रहा है। सोमवार की प्रातः आठ बजे यमुना ब्रिज पर जलस्तर 230.00 मीटर दर्ज किया गया था। ड्रेनेज विभाग के अनुसार, सोमवार सुबह आठ बजे जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज कर रिकार्ड किया गया।
सुबह आठ बजे 311282 क्यूसेक, नौ बजे 329313 क्सूसेक, दस बजे 321653 क्यूसेक, बारह बजे 323430 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। शाम पांच बजे यमुना ब्रिज पर पानी का बहाव बढ़ने की आशंका बनी हुई हैं। उधर, यमुना नदी में पानी छोड़े जाने के चलते किसानों व तटवर्ती बाशिंदे चिंतित नजर आ रहे हैं।
ड्रेनेज विभाग के अवर अभियंता आशु कुमार ने बताया कि प्रातः नौ बजे हैडक्वाटर से छोड़ा गया पानी अधिकतम 3.29313 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। क्षेत्र में बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है। तटवर्ती बाशिंदों को सतर्क रहने की जरूरत हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी अलर्ट रहकर स्थित पर नजर बनाए हुए हैं।
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