भारतीय वॉलीबाल टीम के कप्तान बने मुजफ्फरनगर के विनीत
वर्ष 2024 में जापान के टोक्यो में होने वाले ओलंपिक की तैयारियां जोरों पर हैं। इसके लिए पुरुष वर्ग की भारतीय टीम घोषित हो गई है। मुजफ्फरनगर के गांव बुड़ीना कलां के रहने वाले विनीत को इंडियन टीम का कप्तान बनाया गया है। विनीत के नेतृत्व में टीम इन दिनों चीन में खेल रही है।
मुजफ्फरनगर जेएनएन। वर्ष 2024 में जापान के टोक्यो में होने वाले ओलंपिक की तैयारियां जोरों पर हैं। इसके लिए पुरुष वर्ग की भारतीय टीम घोषित हो गई है। मुजफ्फरनगर के गांव बुड़ीना कलां के रहने वाले विनीत को इंडियन टीम का कप्तान बनाया गया है। विनीत के नेतृत्व में टीम इन दिनों चीन में खेल रही है।
बुड़ीना कलां के रहने वाले किसान हरेंद्र सिंह के इकलौते पुत्र विनीत कुमार को बचपन से वॉलीबाल खेलने का शौक रहा है। इसकी ललक उनके भीतर पिता से लगी है। पहले गांव-गली में वॉलीबाल खेली, उसके बाद आगे बढ़ते चले गए। तीन जनवरी को भारतीय वॉलीबाल संघ ने एशियन मेंस टोक्यो वॉलीबाल ओलंपिक क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट के लिए टीम की घोषणा की गई है। यह टीम 7 से 12 जनवरी तक चाइना में प्रतिभाग करेगी। उनके पिता बताते हैं कि विनीत ने नेशनल और इंटरनेशनल स्तर तक पहुंचने के लिए कड़ा संघर्ष किया है। क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट में विनीत टीम की कमान संभालने के साथ ओलंपिक के लिए तैयारियों को मथेंगे। उनके पिता कहते हैं कि दो साल पहले ही वह नेशनल टीम के लिए चुने गए थे।
श्रीराम कालेज से चढ़ी सफलता की सीढ़ी : उनके पिता हरेंद्र सिंह बताते हैं कि कक्षा आठवीं तक पढ़ाई तितावी क्षेत्र के लालू खेडी के ज्ञानदीप स्कूल से की है। इसके बाद दसवीं जसोई इंटर कालेज से और कक्षा 12वीं पढ़ाई डीएवी इंटर कालेज से की है। इसके बाद बीसीए की पढ़ाई श्रीराम कालेज से की है। यहीं से विनीत के भीतर वॉलीबाल की जुनून तेज हुआ। कालेज से पास आउट होने के बाद उनका चयन रेलवे टीम में हो गया। यहां से प्रतिभा के बल पर देहरादून की ओएनजीसी में सेक्शन ऑफिसर के पद पर हो गया।
जकार्ता में दिखा चुके अपनी प्रतिभा का जलवा
विनीत ने दो साल पहले हुए इंडोनेशिया के जकार्ता में एशियन गेम्स में प्रतिभा का जलवा दिखाया। यहां चयनकर्ताओं के साथ भारतीय वॉलीबाल संघ की नजरे उस पर टिक गई। वर्ष 2019 में नेपाल में हुए साउथ एशियन गेम्स में विनीत ने गोल्ड मेडल जीता है। प्रो-वालीबॉल सीजन में यू-मुंबा टीम के सह कप्तान के रूप में खेलें है। विनीत नेपाल, तेहरान, कतर, यूएसए, ईरान आदि देशों में अपने खेल का डंका बजा चुके हैं।
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