ट्रिगर दबा और चल गई गोली... यूपी में बंदूक के साथ फोटो खिंचवाने की जिद ने ले ली सुरक्षा गार्ड की जान
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किशोर की बंदूक के साथ फोटो खिंचवाने की जिद में एक सुरक्षा गार्ड की जान चली गई। ट्रिगर दबने से दुर्घटनावश गोली चल गई। पु ...और पढ़ें
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संवाद सहयोगी, जागरण मुजफ्फरनगर। नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में स्थित द्वारिका सिटी में देर शाम बंदूक के साथ फोटो खिंचवाने के दौरान नाबालिग से गोली चल गई। जो सीधे पास खड़े सुरक्षा गार्ड को जा लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
पुलिस ने आरोपित को पुलिस अभिरक्षा में ले लिया और जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया गया।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव बेहड़ा थ्रू निवासी 21 वर्षीय शुभम पुत्र जोगेंद्र नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में स्थित द्वारिका सिटी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है।
मंगलवार को देर शाम कॉलोनी में निर्माणाधीन मकान पर मंसूरपुर क्षेत्र के गांव लछेड़ा निवासी बिजली मिस्त्री काम कर रहा था। वह अपने 16 वर्षीय नाबालिग पुत्र को भी साथ आया था। तभी सुरक्षा गार्ड से किशोर बंदूक हाथ में लेकर फोटो खिंचवाने की जिद करने लगा।
पहले तो शुभम ने मना किया, लेकिन किशोर की जिद पर उसने किशोर को बंदूक थमा दी। बताया गया कि फोटो खिंचवाते समय अचानक किशोर के हाथ से बंदूक का ट्रिगर दब गया और गोली चल गई। गोली सीधा सुरक्षा गार्ड शुभम के पेट में लगी और वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा।
आनन-फानन में उसे बेगराजपुर स्थित मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही नई मंडी सीओ राजू कुमार साव और थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
सीओ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शुभम के शव को पोस्टमार्टम हाउस के लिए भिजवाया। वहीं, नाबालिग को पुलिस अभिरक्षा में ले लिया गया है। बता दें कि मृतक शुभम के पिता जोगेंद्र खेतों में मजदूरी करके परिवार चलाते हैं।
घर में पिता जोगेंद्र, मां, बड़ा भाई अंकुर और छोटी बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। अचानक हुए हादसे से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। सीओ का कहना जांच की जा रही है।
दूसरे सुरक्षा कर्मी श्यामपाल के नाम है लाइसेंसी बंदूक
सीओ मंडी राजू कुमार साव ने बताया कि द्वारिका सिटी में दिन का सुरक्षा गार्ड श्यामपाल निवासी मेघाखेड़ी नई मंडी कोतवाली है। श्यामपाल के नाम ही लाइसेंसी बंदूक है। वह एहतियात के तौर पर रोजाना अपनी बंदूक कॉलोनी में ही रखकर जाता था, ताकि उसे रात के सुरक्षा गार्ड शुभम इस्तेमाल कर सके। जिसके साथ फोटो खिंचवाने के चक्कर में यह हादसा हुआ है।

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