Muzaffragar News: छत के मलबे के नीचे दबकर युवक की मौत, परिवार में छाया मातम
मुजफ्फरनगर के मीरापुर में एक दुखद घटना हुई। पुराने कच्चे मकान में सो रहे 23 वर्षीय जीशान की छत गिरने से मौत हो गई। उसकी मां ने उसे बारिश में वहां सोने से मना किया था लेकिन वह नहीं माना। सुबह जब वह चाय लेकर पहुंची तो उसे घटना का पता चला। जीशान ही परिवार का पालन-पोषण करता था उसकी मौत से परिवार में मातम छा गया।
संवाद सूत्र, मीरापुर। पुराने कच्चे मकान में सो रहे युवक के ऊपर छत का मलबा गिरने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। सवेरा पहंुची माँ को बेटे की मौत की जानकारी लगी। युवक की मौत से परिवार में मातम छा गया।
कस्बे की खतौली रोड स्थित भूड़ बस्ती निवासी 23 वर्षीय जीशान पुत्र भूरा का सब्जी मंडी के निकट नई बस्ती में पुराना मकान है। जीशान की माँ सन्नों व छोटा भाई अमन पक्के मकान में रहता है लेकिन वह पुराने मकान में सोता है।
प्रतिदिन की भांति वह सोमवार की रात अपने पुराने मकान में आकर सो गया। लगातार पड़ रही वर्षा के कारण रात में उसके कच्चे मकान की छत भरभरा कर गिर गई तथा जीशान को उठने का मौका नहीं मिला। सवेरा होने पर जब वह घर नहीं गया तो उसकी माँ सन्नों चाय लेकर यहां पहंुची।
मकान की छत नीचे गिरी देख उसकी चींख निकल गई। शोर सुनकर दर्जनों लोग मौके पर आ गए तथा मलबा हटाकर जीशान का शव बाहर निकाला। बेटे की मौत पर रोते हुए सन्नों ने बताया कि उसके दो बेटे हैं बड़ा जीशान और छोटा अमन है। जीशान ही मेहनत मजदूरी करके परिवार का पालन करता था।
मना करती रही माँ नहीं माना बेटा
रात में मलबे के नीचे दबकर अकाल मौत के मुंह में समाए जीशान को जाने से पहले उसकी माँ ने यह कहकर मना किया था कि बेटा बरसात हो रही है तू आज यहीं सोे जा। लेकिन जीशान फिर भी पुराने कच्चे में मकान में जाकर सो गया।
बता दें कि रात में मकान की छत गिरने की आवाज भी हुई होगी लेकिन किसी पड़ोेसी ने बाहर देखना भी सही नहीं समझा और जीशान रात में मलबे में दबा रहा। यदि पड़़ोसी जाग जाते तो शायद उसकी जान भी बच सकती थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।