Smart Meter: अब आपके घर आकर इस तरह मीटर की रीडिंग लेंगे बिजली विभाग के कर्मचारी, एक महीने तक चलेगा ये प्रोसेस
मुजफ्फरनगर में ऊर्जा निगम ने स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाने की पहल की है ताकि उपभोक्ताओं का भ्रम दूर हो सके। एक महीने तक दोनों मीटरों की रीडिंग जांची जाएगी समान होने पर चेक मीटर हटा दिया जाएगा। जिले में डेढ़ लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लग चुके हैं हालाँकि कुछ स्थानों पर विरोध है। निगम अधिकारी बातचीत से हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। ऊर्जा निगम ने उपभोक्ता का भ्रम दूर करने के लिए स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाने की पहल शुरू की है। चेक मीटर और स्मार्ट मीटर की एक माह तक रीडिंग जांची जाएगी। दोनों की रीडिंग एक समान मिलने के बाद चेक मीटर उतार लिया जाएगा।
अभी तक जनपद में डेढ़ लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। हालांकि कुछ स्थानों पर विरोध किया जा रहा है, इसके लिए निगम अधिकारी वार्ता से हल निकालने में जुटे हैं।
स्मार्ट मीटर से ऊर्जा निगम और उपभोक्ता दोनों की परेशानी दूर होगी। ऊर्जा निगम साधारण मीटर उतारकर नए स्मार्ट मीटर लगा रहा है। इसका उपभोक्ता विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे रीडिंग तेज बन रही है, जबकि उनके यहां विद्युत खपत सीमित रहती है।
इससे स्मार्ट मीटर लगाने की रफ्तार धीमी पड़ रही है। ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि उपभोक्ताओं का भ्रम मिटाने के लिए विभाग ने पहल की है। अब जिस उपभोक्ता के यहां स्मार्ट मीटर लगेगा, उसके साथ चेक मीटर लगाया जाएगा।
एक माह तक दोनों मीटर से विद्युत सप्लाई गुजारी जाएगी। दोनों मीटर में रीडिंग समान रूप से दर्ज होने के बाद चेक मीटर उतारा जाएगा। इनमें अंतर मिलता है तो उसकी जांच होगी।
उन्होंने बताया कि अभी तक लगभग 20 से अधिक स्थानों पर इसका परीक्षण हो चुका है। जिसमें चेक और स्मार्ट मीटर में एक समान रीडिंग आई है। स्मार्ट मीटर में चिप लगी है, जिसके चलते बिल बनाने में आसानी होगी।
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