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    माता-पिता के जेल जाने पर छात्राओं को कॉलेज से निकाला, वजह पूछने पर थमा दिया ट्रांसफर सर्टिफिकेट

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 03:40 PM (IST)

    मुजफ्फरनगर में माता-पिता के जेल जाने के बाद दो सगी बहनों को कॉलेज से निकाल दिया गया। शिकायत करने पर प्रधानाचार्या ने टीसी थमा दी। परिजनों का आरोप है क ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। माता-पिता के जेल जाने के बाद दो सगी बहनों को कॉलेज से निकाल दिया गया। इनकी मां ने जानकारी होने पर जेल से भी प्रार्थना पत्र भेजकर शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।

    कुछ दिन पहले दंपती जमानत पर रिहा हुए। आरोप है कि जब महिला अपनी दोनों पुत्रियों को कॉलेज से निकाले जाने की शिकायत लेकर पहुंची तो उसे कॉलेज प्रधानाचार्या ने (टीसी) स्थानांतरण प्रमाणपत्र थमा दिए।

    थाना तितावी क्षेत्र के गांव नरोत्तमपुर माजरा निवासी प्रतिभा अपनी दो बच्चियों के साथ मंगलवार को डीएम कार्यालय पर पहुंची। बताया कि जागाहेड़ी स्थित कल्याणकारी कन्या इंटर कॉलेज में उसकी बेटी गुरुमीत कक्षा नौ व दूसरी बेटी उपासना कक्षा आठ की छात्रा है।

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    जुलाई माह में पड़ोसी से रंजिश के चलते उनका झगड़ा हो गया था। इस मामले में प्रतिभा व उसका पति धीरज कुमार गिरफ्तार होने पर जेल चले गए थे।

    आरोप है कि जेल जाने के बाद उनकी दोनों बेटियों को शिक्षिकाओं ने कॉलेज आने से मना कर दिया। बीच-बीच में जब वह गई तो उन्हें परेशान किया जाने लगा। बेटियों को उनके नाना अपने साथ ले गए।

    प्रतिभा ने बताया कि जेल से भी प्रार्थना पत्र भेजकर शिकायत की थी, लेकिन कुछ समाधान नहीं हुआ। कुछ दिन पहले दंपती जमानत पर रिहा हुए है।

    पीड़िता प्रतिभा ने बताया कि वह बेटियों को लेकर कॉलेज में गई तो उन्हें प्रधानाचार्या सविता तेवतिया ने टीसी दे दी। जब उनसे वजह पूछी तो कुछ नहीं बतााया। कॉलेज न जाने की वजह से दोनों बेटियां मानसिक तनाव में हैं और वह बीमार हो गई है।

    उधर, प्रधानाचार्या सविता तेवतिया ने कहा कि कॉलेज से निकाले जाने व परेशान करने के आरोप निराधार हैं। कक्षा आठ की छात्रा उपासना का नाम नहीं काटा गया न ही उसकी टीसी दी गई है, जबकि गुरुमीत पूरे माह कॉलेज में नहीं आई। ऐसे में उसका नाम काटना मजबूरी थी। छात्रा के स्वजन आए थे, उन्हें बताया गया कि अब उसका दाखिला अगले वर्ष हो सकता है।