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    पालतू पक्षियों को दी जा रही रानीखेत की वैक्सीन

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 31 Jan 2021 11:53 PM (IST)

    बर्ड फ्लू की पुष्टि से खतौली में पक्षी पालकों की नींद उड़ गई है। पोल्ट्री फार्म के साथ कबूतरबाजी के शौकीन चिकित्सकों के दरवाजे पर दस्तक दे रहे है। पशु पालन विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र के पोल्ट्री फार्म से करीब 40 नमूने जांच के लिए लैब भेजे हैं।

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    पालतू पक्षियों को दी जा रही रानीखेत की वैक्सीन

    मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बर्ड फ्लू की पुष्टि से खतौली में पक्षी पालकों की नींद उड़ गई है। पोल्ट्री फार्म के साथ कबूतरबाजी के शौकीन चिकित्सकों के दरवाजे पर दस्तक दे रहे है। पशु पालन विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र के पोल्ट्री फार्म से करीब 40 नमूने जांच के लिए लैब भेजे हैं। इन नमूनों की रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। इसके अलावा पालतू पक्षियों को रानीखेत की वैक्सीन दी जा रही है। प्रशासनिक स्तर से भी पक्षियों को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। गंगनहर पटरी मार्ग, जंगल के क्षेत्रों में विशेष नजर रखी जा रही है। रानीखेत रोग से डर रहे कबूतर पालक

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    जनपद में कौवों, कबूतर और गौरेया में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पक्षी पालक घबरा गए हैं। पशु पालन विभाग ने सर्वेक्षण कर पालतू पक्षियों का रिकार्ड जुटाया है। गांव नावला, बुढ़ाना रोड, इस्लामनगर, भूड़ देहात के साथ नगर क्षेत्र में दस कबूतर पालक मिले हैं। इनसे पक्षियों के स्वास्थ्य, शरीर में पिछले एक सप्ताह में आए परिवर्तन की बाबत जानकारी ली गई है। कई ऐसे पक्षी पालक मिले हैं, जिनके पास कबूतरों की संख्या पचास से अधिक है। इन्हें अधिक सतर्क रहने के लिए गया है। इन पक्षियों के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए रानीखेत की वैक्सीन दी जा रही है। इसके साथ ही दानों में मिलाकर दवा खिलाई गई है। आठ पोल्ट्री फार्म से लिए 40 सैंपल

    पशु पालन विभाग ने तहसील क्षेत्र में संचालित हो रहे आठ पोल्ट्री फार्म से मुर्गियों के नमूने लिए हैं। इनकी जांच-पड़ताल के साथ ही निगरानी की जा रही है। बीमार मुर्गी एवं पक्षी दो से तीन दिन में मर जाते हैं। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए टीम ने 40 सैंपल जांच के लिए बरेली लैब भिजवाए है। रानीखेत का रोग भी पनपा

    रानीखेत नामक रोग विषाणुजन्य है, जो घरेलू कबूतरों, मुर्गियों में होता है। इसमें पक्षियों का शरीर सूखने के साथ उनकी गर्दन टेढ़ी होती है। इससे वह मौत का शिकार होते हैं। इन्होंने कहा

    पालतू पक्षियों को रानीखेत की वैक्सीन दी जा रही है। पक्षी पालकों को भी चेताया गया है। आठ पोल्ट्री फार्म से 40 सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भिजवाए हैं। पक्षियों को लेकर लगातार निगरानी बरती जा रही है।

    -डा. हेमंत गुप्ता, पशु चिकित्सक खतौली