ससुरालवालों के उत्पीड़न से परेशान विवाहिता, घर के बाहर धरने पर बैठी मांग रही इंसाफ, पति ने कही ये बात
मुजफ्फरनगर में दहेज उत्पीड़न से परेशान एक विवाहिता ससुराल के बाहर धरने पर बैठी है। पीड़िता का आरोप है कि ससुराल वाले शादी के बाद से दहेज की मांग कर रहे थे और उसे प्रताड़ित कर रहे थे। ससुराल वालों ने पति को संपत्ति से बेदखल कर दिया और बेटे को भी अपने पास रख लिया है। पुलिस दोनों पक्षों से बात कर रही है मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। ससुराल वालों के उत्पीड़न से तंग कर विवाहिता ससुराल के बाहर धरने पर बैठी है। आरोप है कि दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुराल वाले शादी के बाद से प्रताड़ित कर रहे थे। इतना ही नहीं दबाव बनाने के लिए पति को संपत्ति से बेदखल कर दिया और तीन साल के बेटे को भी ससुराल वालों ने अपने पास रख लिया। पुलिस लगातार दोनों पक्षों से बात कर रही है लेकिन अभी ससुराल वाले माने नहीं है।
सहारनपुर के देवबंद निवासी पूजा पाल ने बताया, 20 जून 2020 को उसकी शादी अवध विहार गली नंबर चार निवासी नितिन पुत्र राकेश से हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ससुराल वाले दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे। शादी के बाद बेटे को जन्म दिया, जो तीन साल है।
ससुराल वालों के अवध विहार के अलावा दो अन्य मकान है। पीड़िता के मुताबिक ससुराल वालों ने दूसरे मकान में रहने के लिए भेज दिया था। इसके बाद वह मायके चली गई थी। कुछ दिन पहले उसे पता चला की ससुराल वालों ने पति को संपत्ति के बेदखल कर दिया। इसकी जानकारी मिलते ही शनिवार देर शाम वह ससुराल पहुंची तो उसे घर में घुसने नहीं दिया और न ही बेटे से मिलने दिया। इंसाफ के लिए वह ससुराल के बाहर धरने पर बैठी है। पूजा के समर्थन में पाल समाज के लोग भी धरने पर बैठे है।
शिव कुमार पाल का आरोप है कि ससुराल वाले दहेज में कार की मांग कर रहे थे। इसी के चलते पूजा को परेशान किया जा रहा है। इस संबंध में पूजा के पति नितिन व ससुर राकेश से मोबाइल पर बात की गई लेकिन कोई सामने नहीं आ रहा है। घर में सिर्फ एक महिला है, जिसने अंदर से दरवाजा लगा रखा।
नई मंडी कोतवाली पुलिस भी मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया, पीड़िता पूर्व में भी पुलिस से उत्पीड़न की शिकायत कर चुकी है। उधर, पूजा के पति नितिन से मोबाइल पर बात हुई तो उन्होंने बताया, पत्नी के साथ पारिवारिक विवाद का मुकदमा कोर्ट में चल रहा। पिछले साल एक अप्रैल को परिवार वालों ने संपत्ति से बेदखल कर दिया था।
छह अप्रैल को वह पत्नी व बेटे के साथ कूकड़ा में किराये के मकान में रहने चले गए थे। 14 अप्रैल 2024 को पत्नी बेटे को लेकर मायके चली गई थी और तबीयत खराब होने पर बेटे को छोड़ कर चली गई। आज भी वह कूकड़ा में किराये के मकान में रह रहे हैं।
नई मंडी कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद बघेल ने बताया, ससुराल पक्ष से बात की गई तो उन्होंने बताया, कोर्ट में पारिवारिक विवाद चल रहा। उसके समर्थन में बैठे समाज के लोगों को बता दिया गया है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। फिर भी मानवता के नाते पुलिस अपने स्तर पर पीड़िता की मदद के प्रयास कर रही है।
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