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    Muzaffarnagar News: एनसीईआरटी की फर्जी किताबें छापने वाले गिरोह के आठ बदमाश गिरफ्तार

    By Jagran NewsEdited By: Shivam Yadav
    Updated: Mon, 02 Jun 2025 08:44 PM (IST)

    मुजफ्फरनगर पुलिस ने एनसीईआरटी की नकली किताबें छापने और सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर 1.33 लाख से अधिक नकली किताबें बरामद की हैं जिनकी कीमत लगभग तीन करोड़ रुपये है। ये गिरोह हरियाणा यूपी राजस्थान दिल्ली बिहार समेत कई राज्यों में नकली किताबें सप्लाई करता था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

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    एनसीईआरटी की फर्जी किताबें छापने वाले गिरोह के आठ बदमाश गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। पुलिस ने एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) की फर्जी किताबें छापने और सप्लाई करने वाले गिरोह के आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया है। 

    इस गिरोह ने हरियाणा के जिला पानीपत के समालखा में प्रिंटिंग प्रेस से छापकर किताबों को खतौली क्षेत्र के गांव भैंसी के मकान में स्टाक किया था। इनसे 1.33 लाख किताबों समेत लगभग तीन करोड़ रुपये कीमत का सामान बरामद किया है। सभी आरोपित मेरठ के निवासी हैं। गिरोह का सरगना आदिल मेवाती है, उस पर पूर्व में भी मेरठ में कॉपीराइट एक्ट का मुकदमा दर्ज है।

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    सोमवार दोपहर दो बजे पुलिस लाइन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने बताया कि खतौली थाना पुलिस और एसओजी को सूचना मिली कि एनसीईआरटी की फर्जी किताबें छापकर सप्लाई करने वाले गांव भैंसी स्थित मकान (गोदाम) पर आने वाले हैं। 

    इसकी जानकारी देकर एनसीईआरटी के अधिकारियों को बुलाया गया। रविवार रात लगभग दस बजे खतौली में गंग नहर के निकट पुल के चेकिंग अभियान चलाया गया। तभी मेरठ की ओर से आई स्वराज पिकअप, अमेज और थार कार में मौजूद आठ लोगों को पकड़ लिया। 

    दो वाहनों से एनसीईआरटी की 400 से अधिक किताबें, 20 लीटर स्याही, पेपर रोल और प्रिंटिंग का सामान बरामद हुआ। सभी किताबें कक्षा नौ से 12 तक की थीं। इसके बाद भैंसी गांव में मकान पर छापा मारा, यहां फर्जी किताबों का स्टाक मिला। 

    गिरफ्तार आरोपियों में आदिल मेवाती निवासी श्यामनगर थाना लिसाड़ी गेट, अनिल चौहान निवासी सुंदर नगर डिफेंस एन्क्लेव थाना कंकरखेड़ा, राहुल राणा निवासी माधवपुरम कालोनी थाना ब्रह्मपुरी, राजू शर्मा निवासी मोहकमपुर दिल्ली रोड थाना परतापुर, ताराचंद निवासी मोहकमपुर दिल्ली रोड थाना परतापुर, सतेंद्र सिंघल निवासी नौचंदी ग्राउंड थाना नौचंदी, जावेद निवासी गोला कुआं थाना कोतवाली नगर और अमित सैनी निवासी इंद्रानगर थाना ब्रह्मपुरी शामिल हैं।

    एसएसपी ने बताया कि समालखा में प्रिंटिंग मशीन को सील करा दिया है। गिरोह की धरपकड़ पर पुलिस टीम को एडीजी मेरठ जोन भानु भास्कर ने एक लाख रुपये और एसएसपी ने 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। प्रेस वार्ता में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, सीओ खतौली रामाशीष यादव मौजूद रहें।

    कई राज्यों में सप्लाई

    आरोपियों में राजू शर्मा, ताराचंद, सतेंद्र, जावेद पुस्तकों की छपाई के लिए कच्चे माल की व्यवस्था करते थे। किताबों को आदिल मेवाती, अनिल चौहान, राहुल राणा हरियाणा, यूपी, राजस्थान, दिल्ली, बिहार राज्य समेत अन्य शहरों में सप्लाई करते थे। अमित सैनी इनका सहयोग करता था।

    ये हुई बरामदगी

    गिरोह के कब्जे से होंडा अमेज और थार कार, स्वराज पिकअप वाहन, एक लाख 33 हजार 92 फर्जी किताबें, 22 फर्मा/डाई, 10 हजार कवर, 20 लीटर स्याही, नौ सीसी रिमूवर, 170 पेपर रोल, दो प्रिंटिंग मशीन, एक कटर मशीन, 2500 प्रिंटिंग प्लेट, एक थ्री नाइफ कटर, पांच लाख परफेक्ट बाइंडिंग बरामद हुई। बरामद माल की कीमत तीन करोड़ रुपये बताई है।

    ऐसे हुई फर्जी किताबों की पहचान

    एसएसपी ने बताया कि एनसीईआरटी की असली किताबों पर वाटरमार्क होता है। वह 80 जीएसएम के पेपर पर छपी होती हैं। बरामद किताबों पर वाटरमार्क नहीं था और न 80 जीएसएम पेपर का इस्तेमाल किया गया था। गिरोह असली किताबों का मैटर उठाकर कॉपीराइट करते थे। आरोपियों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।