मुजफ्फरनगर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिला अस्पताल में कोरोना जांच शुरू हो गई है पहले दिन 15 संदिग्ध मरीजों की जांच हुई। जोखिम वाले मरीजों की जांच के निर्देश दिए गए हैं और सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटीजन किट उपलब्ध करा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए शासन ने जिला स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया है। साथ ही कोरोना की जांच किए जाने का निर्देश दिया। इसके चलते जिला चिकित्सालय में कोरोना की जांच शुरू करा दी गई है। पहले दिन 15 संदिग्ध मरीजों की जांच हुई। एंटीजन टेस्टिंग में सभी निगेटिव आए हैं।
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स्वामी कल्याण देव राजकीय जिला चिकित्सालय में जोखिम वाले मरीजों की कोरोना की जांच के लिए दिशा निर्देश दिए गए है। गुरुवार से जिला चिकित्सालय में एंटीजन जांच शुरू हो गई है। लक्षण के आधार पर चिकित्सक द्वारा जांच लिखे जाने पर ही व्यक्ति की अस्पताल में जांच कराई जा रही है। उधर, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी एंटीजन किट उपलब्ध करा दी गई है। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. विक्रांत तेवतिया ने बताया कि गुरुवार को जिला अस्पताल में एंटीजन किट से 15 जांच की गई है, सभी मरीज नेगेटिव पाए गए। उन्होंने बताया कि अभी शासन से केवल जोखिम वाले मरीजों की जांच के निर्देश मिले हैं। जिन मरीजों की जांच के लिए चिकित्सक द्वारा लिखा जाएगा, केवल उन्हीं की जांच होगी। ऐसे किसी भी स्वस्थ व्यक्ति की जांच नहीं की जाएगी।
उन्होंने बताया कि एंटीजन किट से जांच में संक्रमित आने वाले मरीजों का नमूना वीटीएम (वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन मीडिया) के माध्यम से बीएसएल-2 लैब कूकड़ा में भेजा जाएगा। यहां आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील तेवतिया ने बताया कि जनपद में अब तक कोरोना का एक भी केस नहीं है। चार साल पहले जब कोरोना का प्रकोप आया था, तो 37 हजार 344 कोरोना पाजीटिव मरीज सामने आए थे, जबकि 277 मरीजों की कोरोना से मौत हुई थी।
उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज को घबराने की जरूरत नहीं है। अधिकांश लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगी हुई है। ऐसे में दिक्कत वाली कोई बात नहीं है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने सभी इंतजाम कर रहे हैं। आक्सीजन प्लांट से लेकर सभी व्यवस्थाओं की माकड्रिल भी कराई जा चुकी है। जनपद में के अस्पतालों में बेड की संख्या भी पर्याप्त है।
जिला अस्पताल पुरुष और महिला चिकित्सालय के अलावा मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए 1120 बेड आरक्षित किए गए हैं। जिनमें एल-1 के 500, एल-2 के 380 बेड आक्सीजन की सुविधा वाले है। इनके अलावा एल-3 के 120 बेड आरक्षित है, इनमें वेंटीलेटर की सुविधा है। जनपद में आक्सीजन के चारों प्लांट क्रियाशील है। इनकी माकड्रिल भी करा ली गई है।
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