Updated: Sun, 02 Mar 2025 08:25 PM (IST)
मुजफ्फरनगर नगर पालिका ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अपना बजट प्रस्ताव तैयार किया है। 248 करोड़ रुपये से अधिक की आय और 429 करोड़ रुपये से ज्यादा के व्यय की योजना बनाई गई है। सीमा विस्तारित क्षेत्रों के विकास के लिए 15 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के लिए प्रस्तावित किए गए हैं। सीएम नगरोदय वैश्विक योजना के लिए 10 करोड़ का बजट खर्च होने का अनुमान है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। नगर पालिका ने शहरी सुविधा-विकास का खाका खींचने के साथ अपनी आय के स्त्रोत भी तैयार किए हैं। पालिका एक हाथ से 35 मदों से आय जुटाएगी, जबकि वेतन के अलावा विकास-निर्माण समेत संसाधनों की करीब 40 मदों पर 400 करोड़ रुपये अधिक खर्च करेगी।
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मुख्यमंत्री नगर सृज योजना के लिए 15 करोड़ तथा मुख्यमंत्री नगरोदय योजना पर 10 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। यह दोनों योजना के शहरी विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सात मार्च को बजट बोर्ड की बैठक होगी
नगर पालिका ने सात मार्च को बजट बोर्ड बैठक बुलाई है। इसमें वर्षभर में प्राप्त आय और अनुमानित खर्च का ब्योरा सदन के बीच रखा जाएगा। सदन की स्वीकृति के बाद शहर में विकास और निर्माण की लकीर खींची जा सकेगी। इसके लिए चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने वित्तीय वर्ष 2025-26 में 248 करोड़ रुपये का बजट बनाया है।
अभी पालिका के कोष में 231 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि है, जबकि टैक्स, सिनेमाकर समेत 35 मदों के माध्यम से 248 करोड़ रुपये से ज्यादा आय जुटाने की योजना बनाई है। सभी गुणाभाग के बाद पालिका अपने कोष में इस वर्ष 480 करोड़ रुपये एकत्र करने का मसौदा बना रही है। इसके सापेक्ष विकास, राज्यवित्त आयोग से वेतन, संसाधनों पर वित्तीय वर्ष 2025-26 में 429 करोड़ रुपये खर्च भी करेगी। इसके बावजूद पालिका के कोष में 51 करोड़ रुपये की धनराशि शेष रहेगी।
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टैक्स वृद्धि का आय पर पड़ेगा प्रभाव
पालिका ने व्यावसायिक भवनों पर 20 प्रतिशत की टैक्स वृद्धि का प्रस्ताव पारित कराया है, जबकि टैक्स की नियमावली के आधार पर 12, 24 और 24 मीटर से अधिक सड़कों पर बने भवन, मकान व दुकान पर भी टैक्स का बोझ बढ़ेगा। इससे पालिका की आय को बूस्टर मिलेगा। वित्तीय वर्ष 2024-25 में पालिका ने सभी मदों के माध्यम से 1.60 करोड़ रुपये से अधिक आय प्राप्त की है, जबकि वित्तीय वर्ष में योजना, कामकाज पर 111 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
सीमा विस्तारित क्षेत्र के खोला कोष
पालिका ने सीमा विस्तारित क्षेत्रों में विकास के लिए अपने कोष का मुंह खोला है। 15 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के लिए प्रस्तावित किए हैं। इस योजना से अधिकांश कार्य सीमा विस्तारित क्षेत्रों में कराए जाने है। इसी तरह से मुख्यमंत्री नगराेदय वैश्विक योजना के लिए 10 करोड़ रुपये का बजट खर्च होने का अनुमान जताया है। यह योजना पालिका को राजस्व वसूली में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर मिली है।
आंकड़ों पर एक नजर
- 168 करोड़ से अधिक वर्ष 2024 में आय
- 111 करोड़ से अधिक वर्ष 2024 में खर्च
वर्ष 2025-26 के लिए मुख्य बिंदु
- 248 करोड़ कमाने की तैयारी
- 429 करोड़ किए जाएंगे खर्च
- 6 करोड़ से एसबीएम के काम
- 15 करोड़ एमएनएसवाइ पर खर्च
- 10 करोड़ एमएनवीवाइ पर खर्च
नगर पालिका के ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि लेखा विभाग के द्वारा पालिका का वित्तीय वर्ष 2025-26 का अनुमानित मूल बजट प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसमें 248 करोड़ रुपये अधिक की आय और 429 करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यय की योजना बनाई गई है। एक फरवरी 2025 तक पालिका के पास 231 करोड़ राशि अवशेष थी। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2025-26 में अनुमानित बजट व्यय होने के बाद भी पलिका के कोष में मार्च-2026 तक 50 करोड़ से अधिक धनराशि शेष रहेगी।
नगर पालिका के चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने बताया कि शहर की जनता के हित में बजट के आधार पर विकास-निर्माण की योजना बनाई गई है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में कई प्रमुख कार्य किए जाने हैं। इनमें कूड़ा निस्तारण, स्वच्छ भारत मिशन समेत निर्माण के काम रखे गए है। जिन पर अनुमानित व्यय का ब्योरा बनाया गया है। जिसे बजट बैठक में सदन के बीच रखकर मंथन किया जाएगा। शहर के विकास का संकल्प लिया गया है।
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