योग करने से मन को मिलती है शांति : स्वामी कर्मवीर
पुरकाजी में गंग नहर पर स्थित महर्षि पतंजलि अंतराष्ट्रीय योग विद्यापीठ में चल रहे योग शिविर में स्वामी कर्मवीर रोजाना लोगों को योग के जरिए जागरूक कर रहे हैं। स्वामी ने कहा कि योग करने से व्यक्ति अध्यात्म की ओर बढ़ने लगता है तथा उसका मन शांत रहता है।

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी में गंग नहर पर स्थित महर्षि पतंजलि अंतराष्ट्रीय योग विद्यापीठ में चल रहे योग शिविर में स्वामी कर्मवीर रोजाना लोगों को योग के जरिए जागरूक कर रहे हैं। स्वामी ने कहा कि योग करने से व्यक्ति अध्यात्म की ओर बढ़ने लगता है तथा उसका मन शांत रहता है।
योग विद्यापीठ में चौधरी चरण सिंह विश्व विद्यालय व क्रीड़ा भारती मेरठ प्रांत के सहयोग से पांच दिवसीय योग शिविर चल रहा है। सुशील योगी ने बताया कि शिविर के चौथे दिन स्वामी कर्मवीर ने आनलाइन के जरिए साधकों को यौगिक क्रियाओं में कपालभांति, मष्तिष्कासन, मंडूकासन, चंद्रासन आदि योगासन कराए। जूम माध्यम से योग को लेकर लोगों को जागरूक किया। कहा कि कोरोना काल में लोगो के आनलाइन काम तथा बच्चों के पढ़ाई करने से देश के भीतर करीब 27 करोड़ लोगों की आंखों को रोशनी प्रभावित हुई है। छोटे-छोटे बच्चों को चश्मे लग चुके हैं। बताया कि महायोग क्रिया करने से आंखों की रोशनी बनी रहती है। कोरोना से जूझने वालों को खाने में तरबूज व महायोग क्रिया करनी चाहिए। कहा कि मन बहुत चंचल होता है। प्रतिदिन प्रणायाम करने से चित्त शांत हो जाता है तथा मनुष्य आध्यात्म की दिशा में बढ़ जाता है। डा. नरेंद्र तनेजा, चौधरी चरण सिंह, विमला, संदीप त्यागी, जगत सिंह दौसा व डा. ओमपाल शास्त्री आदि ने स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया। इस दौरान दिगपाल सिंह, राजन, सत्यम व दीपक आदि मौजूद रहे।
योगासन से बढ़ा रहे बच्चों में इम्यूनिटी पावर
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। सेहत के लिए योग रामबाण है। उसके जरिए शरीर स्वस्थ्य रहता है। अनेक बीमारियों से मुक्ति मिलती है। कोरोना महामारी के दृष्टिगत बच्चों को योगासन सिखाए जा रहे हैं। योगाभ्यास के माध्यम से उनकी शरीरिक क्षमता को मजबूत किया जा है।
महामारी के दौर में योग पर जोर दिया जा रहा है। लोगों ने योगासन के माध्यम से कोरोना को हराया है। इसके चलते खतौली के बुढ़ाना रोड स्थित शिशु शिक्षा निकेतन इंटर कालेज में बच्चों को योगासन कराया जा रहा है। उनको योग से शरीर को होने वाले लाभ बताए गए। बच्चे उत्साह के साथ प्राणायाम, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, चक्रासन, त्रिकोणासन, पदमासन, सूर्यनमस्कार, कमल चक्रासन व वृषासन आदि योगासन सीख रहे हैं। योग शिक्षिका अंजू विश्वकर्मा, सोनिया गुप्ता व कांता स्वरूप सिघल ने बच्चों को योगाभ्यास कराया। उन्होंने कहा कि योग से शरीर को लाभ और बीमारियों से मुक्ति मिलती है। योग आध्यात्मिक जीवन का विज्ञान है। उसके प्रयोग से जीवन कई गुण, विशेषताओं, कलाओं व शक्तियों से संपन्न हो जाता है। योगाभ्यास से मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है। संयोजक चिराग सिघल ने बताया कि योगाभ्यास की कक्षा 14 जून से शुरू हुई और 21 जून योग दिवस पर संपन्न होगी।
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