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    UP News: मैनपुरी से चार साल पहले लापता युवक मुजफ्फरनगर के ढाबे पर मिला, तलाश में एक एप आया बहुत काम

    By Jagran News Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Wed, 17 Dec 2025 01:57 PM (IST)

    Muzaffarnagar News : मैनपुरी से चार साल पहले लापता हुआ युवक मुजफ्फरनगर में एक ढाबे पर मिला। पुलिसकर्मी पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित भगतजी ...और पढ़ें

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    तितावी थाने में स्वजन के साथ चार साल बाद मिला युवक (मध्य में)।  

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। चार साल पहले मैनपुरी जिले से लापता युवक मुजफ्फरनगर में एक ढाबे पर मिला। मानसिक स्थिति ठीक न होने की वजह से वह अपना नाम व पता स्पष्ट नहीं बता रहा था। पुलिस ने सी-प्लान एप का उपयोग किया। इससे स्वजन से संपर्क हो गया। युवक के सकुशल मिलने पर स्वजन ने हर्ष व्यक्त किया और पुलिस का आभार जताया।

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    दरअसल, तितावी थाना के एसएसआइ अजयपाल सिंह, उपनिरीक्षक नवनीत पुलिस टीम के साथ मंगलवार की शाम नौकरों और किराएदारों के सत्यापन करने में लगे थे। इसी दौरान वह पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित भगतजी ढाबे पर पहुंचे। यहां कार्य करने वाले युवक से उसकी पहचान जानी।
    युवक ने अपना नाम शैलेंद्र उर्फ शंकर और जिला मैनपुरी बताया। दारोगा नवनीत यादव भी मैनपुरी जिले के रहने वाले हैं, उन्होंने गहनता से पता किया। शैलेंद्र उर्फ शंकर के गांव ब्रजपुर के प्रधान से सी-प्लान एप के जरिये संपर्क किया।

    सीओ फुगाना नीरज कुमार ने बताया कि स्वजन से बात करने पर पता चला कि शैलेंद्र उर्फ शंकर पुत्र जगदीश चंद्र निवासी ग्राम ब्रजपुर थाना बिछवां जनपद मैनपुरी चार साल पहले लापता हो गया था। उसकी गुमशुदगी थाना बिछवां में दर्ज कराई गई थी। तब से परिवार के लोग उसे तलाश रहे थे। मानसिक स्थिति ठीक न होने की वजह से वह अपना नाम-पता भी किसी को ठीक से नहीं बता पाता था। स्वजन को तितावी थाना बुलाकर युवक उनके सिपुर्द कर दिया गया है।

    ये है पुलिस का सी-प्लान एप

    उत्तर प्रदेश पुलिस का सी-प्लान एप पुलिस और जनता के बीच बेहतर तालमेल बनाने, कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराध रोकने के लिए बनाया गया है। यह एप खासतौर पर पुलिसकर्मियों और हर गांव से चुने गए 10 विश्वसनीय लोगों के लिए है, ताकि उन्हें सूचनाएं आसानी से मिलें और वे तुरंत कार्रवाई कर सकें।
    इस एप को डायल-112 सेवा से भी जोड़ा गया है, ताकि आपात स्थिति में संभ्रांत व्यक्ति सीधे पुलिस से संपर्क कर सकें। यह ऐप केवल पुलिस के आंतरिक और आधिकारिक उपयोग के लिए है, आम जनता इसे डाउनलोड नहीं कर सकती।