10 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाला खालिद गिरफ्तार, नेपाल में ट्रेनिंग लेकर बाराबंकी में बनाया था गिरोह
बाराबंकी पुलिस ने उद्यमी से 3.9 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड खालिद को गिरफ्तार किया। खालिद ने नेपाल में साइबर ठगी क ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। उद्यमी से 3.9 करोड़ की आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड खालिद को पुलिस ने बाराबंकी से गिरफ्तार किया है। खालिद ने नेपाल में साइबर ठगी की ट्रेनिंग ली और गिरोह बना लिया। वह नेपाल के सिमकार्ड से लोगों को वाट्सएप पर एपीके फाइल भेजकर फोन हैक कर बैंक खाते खाली कर देता था। उद्यमी से ठगी करने में गिरोह की महिला ने अहम भूमिका निभाई थी।
ठगी की रकम कई खातों में ट्रांसफर हुई थी और उसी के आधार पर पुलिस गिरोह तक पहुंची। गिरोह अब तक 10 करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है। मंगलवार को एसपी क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि नौ अक्टूबर को मुजफ्फरनगर के बिंदल ग्रुप से जुड़े उद्यमी सचिन कुमार ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। फेसबुक पर महिला मित्र ने निवेश पर मुनाफे का लालच देकर उनसे तीन करोड़ नौ लाख 22 हजार रुपये की ठगी की।
जांच में सामने आया गिरोह का नाम
पुलिस की जांच में इस गिरोह का नाम सामने आया। ठगी की रकम इनके खातों में भी ट्रांसफर हुई थी। उद्यमी के आठ लाख रुपये अब तक वापस कराए जा चुके हैं। गिरोह में शामिल उपेंद्र चंदेल व एक महिला फरार है। एसपी क्राइम ने बताया कि गिरोह के दो सदस्य लखनऊ के माज और जौनपुर के अंबरीश को पुलिस ने सात दिसंबर को कानपुर से गिरफ्तार किया था।
बाबू बनारसीदास यूनिवर्सिटी से स्नातक खालिद ने बताया कि बाराबंकी के सार्थक ने उसकी मुलाकात अमान से कराई, जो वर्तमान में नेपाल में रहता है। नेपाल जाकर अमान से आनलाइन ठगी की ट्रेनिंग ली। नेपाल से सिमकार्ड व मोबाइल फोन लाया और टेलीग्राम पर जार्डन व जेम्स नाम से पेज बनाकर ठगी शुरू कर दी।
एपीके फाइल तैयार करने को खालिद चीन के एप्लीकेशन का प्रयोग करता था। उसके नाम पर एक्सिस बैंक, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया और जियो बैंक में खाते हैं तथा 13 ईमेल आइडी भी मिली हैं।

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