खतौली-जागरण टीम, (दिलशाद सैफी)। अंतरराष्ट्रीय एवं अर्जुन अवार्डी पहलवान दिव्या काकरान जल्द ही तहसीलदार बनने जा रही हैं। इसके लिए दिव्या ने हामी भर दी है। जिसके बाद नियुक्ति विभाग ने दिव्या के सभी खेल एवं शैक्षिक प्रमाण-पत्र जमा करा लिए हैं। योगी सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद दिव्या को ज्वाइनिंग लेटर मिल जाएगा। वर्तमान में दिव्या अपनी ससुराल मेरठ में रह रही हैं।
दिव्या ने मांगा था डीएसपी का पद
मंसूरपुर के गांव पुरबालियान निवासी दिव्या ने कुश्ती में दुनियाभर में नाम कमाया है। बर्मिंघम कामनवेल्थ में कांस्य पदक जीतने के साथ एशियन गेम्स में अपनी प्रतिभा का डंका बजा चुकी हैं। दिव्या काफी समय से दिल्ली राज्य की ओर से खेल रहीं थीं। गत वर्ष गुजरात के अहमदाबाद में हुए राष्ट्रीय खेलों में दिव्या ने उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए 72 किलोभार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद से दिव्या योगी सरकार से नौकरी की उम्मीद लगाए हुए हैं।
दिव्या ने कागजात कराए जमा
दिव्या की पसंद पुलिस विभाग में डीएसपी बनने की थी लेकिन सरकार की ओर से तहसीलदार का प्रस्ताव दिया गया है। पहले दिव्या ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था लेकिन अब वह इसके के लिए तैयार हैं। वह बताती हैं, कि खेल निदेशालय को सभी प्रमाण-पत्र समेत अन्य कागजात जमा करा दिए हैं। बता दें कि दिव्या वर्तमान में रेलवे में सीनियर टिकट कलेक्टर के पद पर हैं, उनकी नियुक्ति शाहदरा रेलवे स्टेशन पर है।
कामनवेल्थ गेम में स्वर्ण जीतने का लक्ष्य
स्वर्ण पदक जीतना लक्ष्य और सपना दिव्या बताती हैं कि उनका कामनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य एवं सपना है। इसके लिए वह मेहनत कर रही हैं। दिल्ली के गुरु प्रेमनाथ अखाड़े में वह अभ्यास करती हैं। दिल्ली सरकार से नहीं सुलझा विवाद दिव्या का दिल्ली सरकार से विवाद अभी सुलझा नहीं है। दिल्ली की तरफ से खेलते हुए दिव्या ने पदक जीते थे लेकिन केजरीवाल सरकार ने लगभग दो लाख रुपये इनामी राशि नहीं दी है। कामनवेल्थ गेम्स के दौरान दिव्या ने मामले पर पत्रकार वार्ता कर अपनी बात रखी थी।