हेड कॉन्स्टेबल का बेटा व MBBS का बाल अपचारी भाई कर रहा था अवैध असलहा की खरीद-बिक्री, तीन गिरफ्तार
मुजफ्फरनगर पुलिस ने अवैध हथियार बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। एक बाल अपराधी समेत दो तस्कर गिरफ्तार। उनके पास से कई हथियार बरामद। पूछताछ में पता चला कि वे फिरोज अंसारी के लिए काम करते थे जो पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। बाल अपराधी सोशल मीडिया पर अपनी दहशत फैलाता था और पहले भी फायरिंग की घटनाओं में शामिल था।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। अवैध असलहा की खरीद-फरोख्त करने वाले गैंग का शाहपुर थाना पुलिस ने राजफाश किया है। 10 हजार के इनामी बाल अपचारी को पुलिस अभिरक्षा में लेते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है।
तीनों आरोपित उत्तराखंड के मंगलौर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। बाल अपचारी के पिता उत्तराखंड पुलिस में हेड कांस्टेबल है, जबकि भाई एमबीबीएस डाक्टर है। आरोपितों से तीन पिस्टल, सात तमंचे और 19 कारतूस बरामद किए हैं। एसएसपी ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि सोमवार सुबह लगभग छह बजे पुलिस को सूचना मिली कि कुछ युवक अवैध शस्त्रों की खरीद-फरोख्त करने के लिए वहलना-पीनना बाईपास पर मीरापुर चौकी क्षेत्र में मौजूद है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपितों की घेराबंदी की, तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 17 वर्षीय बाल अपचारी को अभिरक्षा में लिया। साथ ही दो बदमाश प्रणव निवासी ग्राम खेड़ा जट थाना मंगलौर व हाल पता आकाशदीप कालोनी थाना कोतवाली गंग नहर और अनस निवासी तासीपुर थाना मंगलौर जनपद हरिद्वार उत्तराखंड को गिरफ्तार किया है।
इनके कब्जे से 32 बोर की तीन पिस्टल, 12 बोर के दो व 315 बोर के पांच तमंचे, 19 कारतूस और तीन आईफोन मोबाइल बरामद किए हैं। पूछताछ में आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह फिरोज अंसारी उर्फ बंटी निवासी पटौली थाना भोपा के लिए असलहा की खरीद फरोख्त करते है।
गत चार अगस्त को ही भोपा थाना पुलिस ने असलहा तस्करी में 14 आरोपितों को गिरफ्तार किया था, उनमें बंटी भी शामिल था। बंटी ही वह गैंग का सरगना है। इस मुकदमे में बाल अपचारी वांछित था। इसके चलते उस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित हुआ था।
एसएसपी ने बताया कि बाल अपचारी के खिलाफ रुड़की, हरिद्वार, गंगनहर रुड़की, नांगल सहारनपुर, ज्वालापुर हरिद्वार, भोपा समेत अलग-अलग थानों में नौ मुकदमे दर्ज है। बाल अपचारी को राजकीय संप्रेक्षण गृह और दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। प्रेस वार्ता में एसपी देहात आदित्य बंसल और सीओ भोपा देवव्रत वाजपेयी मौजूद रहे।
इंटरनेट मीडिया पर फैलाता है नाम का खौफ
पकड़ा गया बाल अपचारी इंटरनेट मीडिया पर अपने नाम का खौफ पैदा करता है। कारतूस से अपना लिखता है और उसका फोटो पोस्ट करता है। एसएसपी ने बताया कि चार अगस्त को जब भोपा थाना पुलिस ने असलहा तस्करी के 14 आरोपितों को गिरफ्तार किया, तो बाल अपचारी ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डालकर कमेंट किया था। जिसमें लिखा था कि पुलिस उसका क्या ही बिगाड़ पाएगी।
पांच दिन पहले ही बहादराबाद टोल पर की थी फायरिंग
एसएसपी ने बताया कि पांच दिन पहले हरिद्वार के बहादराबाद में टोल पर दो पक्षों में फायरिंग की घटना हुई थी। उसमें भी बाल अपचारी शामिल था।
बाल अपचारी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाल रखी है, जिसमें लिखा है कि वह उत्तराखंड का सबसे अंडरऐज अपराधी है। इसके पिता उत्तराखंड पुलिस में हेड कांस्टेबल है और फिलहाल हरिद्वार में तैनात है। जबकि उसका बड़ा भाई एमबीबीएस डाक्टर है, जो ऋषिकेश एम्स में है।
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