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    नजला-खांसी के लक्षण दिखने पर तुरंत कराएं उपचार

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 19 May 2021 11:52 PM (IST)

    खतौली में एसडीएम इंद्राकांत द्विवेदी ने कोरोना की गाइडलाइन को लेकर उलमा की बैठक आहुत की। बैठक में प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अलावा नियम-कानून को बताया गया। उन्होंने कहा कि उलमा अपने समाज के लोगों को महामारी के बारे में विस्तार से बताएं। लोगों को समझाएं और नियम का पालन कराएं। वहीं नजला खांसी या बुखार आदि के लक्षण दिखें तो सीएचसी पीएचसी पर उपचार कराएं उन्हें छिपाया नहीं जाना चाहिए।

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    नजला-खांसी के लक्षण दिखने पर तुरंत कराएं उपचार

    जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली में एसडीएम इंद्राकांत द्विवेदी ने कोरोना की गाइडलाइन को लेकर उलमा की बैठक आहुत की। बैठक में प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अलावा नियम-कानून को बताया गया। उन्होंने कहा कि उलमा अपने समाज के लोगों को महामारी के बारे में विस्तार से बताएं। लोगों को समझाएं और नियम का पालन कराएं। वहीं, नजला, खांसी या बुखार आदि के लक्षण दिखें तो सीएचसी, पीएचसी पर उपचार कराएं, उन्हें छिपाया नहीं जाना चाहिए।

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    तहसील सभागार में एसडीएम इंद्राकांत द्विवेदी ने मुफ्ती ओसामा इदरीश नदवी व डा. अंजुम आदि के साथ बैठक कर कोरोना गाइडलाइन के लिए जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों से अपील की जाए कि बेहद जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकला जाए। सावधानियां बरती जाएं और मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग किया जाए। मुफ्ती ओसामा ने अपने समाज के लोगों में जागरूकता फैलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद एसडीएम, बीडीओ पवन कुमार विश्वकर्मा ने मंसूरपुर के गांव सोंटा, भायंगी, खेड़ी रांघडान, खतौली ग्रामीण में ग्रामीणों के साथ बैठक आयोजित की, जिनमें गांवों में साफ-सफाई आदि के प्रति जागरूक किया गया। एसडीएम ने कहा कि खांसी, नजला, बुखार या अन्य कोई शारीरिक समस्या के लक्षण दिखें तो तत्काल उपचार कराएं। इसके लिए निगरानी समितियों को भी सतर्क किया गया है। सीएचसी पर थी 65 डोज, लाभार्थी मायूस होकर लौटे

    जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन का टोटा दूर नहीं हो रहा है। बुधवार को भी अस्पताल से लाभार्थी मायूस होकर लौट गए। यहां केवल 65 ही वैक्सीन बाकी थी, जो टीकाकरण प्रारंभ होने के एक घंटे बाद ही समाप्त हो गई। वहीं, बूंदाबांदी में लोग सुबह ही अस्पताल पहुंच गए थे। चिकित्सा प्रभारी ने वैक्सीन की डिमांड आला अधिकारियों के समक्ष रखी है।

    सीएचसी पर 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। स्थिति ऐसी बनी हुई है कि एक दिन टीकाकरण होता है, जबकि अगले रोज प्रभावित रहता है। बुधवार को बूंदाबांदी के बीच करीब 150 से अधिक लोग सीएचसी पर टीका लगवाने पहुंच गए। इनमें अधिकतर वह लोग भी शामिल रहे, जिन्होंने आनलाइन अपना वैक्सीनेशन बुक करा रखा था। द्वितीय डोज लगवाने के लिए भी लोग पहुंचे। जैसे ही टीकाकरण कार्य शुरू किया गया तो एक घंटे में वैक्सीन समाप्त हो गई। यहां मात्र 65 लोगों को ही वैक्सीन लग पाई। इसके बाद अन्य लाभार्थी निराश होकर लौट गए। सीएचसी प्रभारी डा. पुष्पेंद्र कुमार ने आला अधिकारियों को वैक्सीन की कमी से अवगत कराया है। उन्होंने बताया कि गुरुवार की सुबह तक वैक्सीन मिल पाएंगी। उसके बाद टीकाकरण शुरू कराया जाएगा। उधर, कोविड जांच बूथ पर 100 से अधिक लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए मेरठ भिजवाए गए हैं। बूंदाबांदी होने के कारण लोग जांच कराने कम ही पहुंचे थे।