खुद को बताते थे सिद्ध बाबा... झांसे में लेकर करते थे माल साफ और रफुचक्कर, यूं आए गिरफ्त में
एक ढोंगी बाबा, जो खुद को सिद्ध बाबा बताता था, लोगों को झांसे में लेकर उनके कीमती सामान चुरा लेता था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। वह लोगों को अपनी बातों में फंसाकर विश्वास दिलाता था कि वह सिद्ध पुरुष है और फिर मौका पाकर उनके सामान पर हाथ साफ कर देता था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

मुजफ्फरनगर में नगर कोतवाली पुलिस द्वारा गिए गए टप्पेबाजी करने वाले आरोपित। सौ. पुलिस
संवाद सहयोगी, जागरण, मुजफ्फरनगर। सिद्धि प्राप्त बाबा बताकर लोगों के साथ टप्पेबाजी करने वाले तीन शातिर आरोपितों को नगर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से टप्पेबाजी में चोरी किए गए आभूषण व कार बरामद की गई। 18 नवंबर को जिला अस्पताल से दवा लेकर लौट रही महिला के साथ आरोपितों ने टप्पेबाजी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपितों में ससुर, दामाद शामिल हैं। दो आरोपित जनपद हापुड़ और एक गुरुग्राम हरियाणा का रहने वाला है।
नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बबलू कुमार वर्मा ने बताया कि रामलीला टिल्ली निवासी बबीता को कुछ लोग बातों में फंसाकर अपने साथ रामपुर तिराहे के निकट पंजाब सिंध बैंक के पास लेकर पहुंचे, जहां खुद को सिद्धि प्राप्त बाबा बताकर उसके कानों के कुंडल, चांदी की चेन, दो चांदी की अंगूठी, पैरों की पायल, मोबाइल और 375 रुपये नगद लेकर रफूचक्कर हो गए। जब वह अपने घर पहुंची तो उसने टप्पेबाजी का अहसास हुआ।
महिला ने 18 नवंबर को मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने जांच करते हुए सीसीटीवी कैमरे खंगाले। शनिवार को मुखबिर की सूचना पर इब्राहिम, साकिर निवासीगण पिपलेड़ा थाना मंसुरी जिला हापुड और अजीब खान निवासी सरमथला थाना सोहना गुरुग्राम हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से कान के टोप्स, दो अंगूठी, गले की चेन, तीन मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त कार (सीजशुदा) बरामद की गई। प्रभारी निरीक्षक बबलू कुमार का कहना है कि सभी आरोपित आपस में रिश्तेदार हैं।
आरोपित इब्राहिम और अजीब आपस में ससुर-दामाद हैं, जबकि साकिर अजीब का दोस्त है। इनके साथ अन्य लोग भी बाबा बनकर लोगों को ठगने का काम करते हैं। ग्रुप बनाकर आसपास के जिलों में जाते हैं और लोगों को फंसाकर टप्पेबाजी करते है। तीनों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। ऐसे करते थे टप्पेबाजी आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन लोगों का पूरा ग्रुप हैं।
वह गली-मुहल्लों में जाकर टप्पेबाजी करते हैं। उनके टारगेट पर ऐसी महिलाएं रहती हैं, जिसने आभूषण पहने हों। वह ऐसी जगह जाते हैं, जहां सुनसान हो और ज्यादा चहल-पहल न हो। वे अकेली महिलाओं को देखकर उन्हें खुद को सिद्धी प्राप्त बाबा बताकर उससे जुड़ी कुछ भी परेशानी बताते हैं। इनमें से एक दो सही होती हैं और ऐसे ही उन्हें विश्वास में ले लेते हैं। इसके बाद उनके ही ग्रुप का एक व्यक्ति आकर उनके पैर छूता है और कहता है कि बाबाजी जो आपने बात बताई थी, उससे मेरा काम बन गया है, ताकि महिला को विश्वास हो जाए। ऐसे ही बात करते-करते उनके आभूषण व नगदी आदि लेकर वहां से रफूचक्कर हो जाते हैं।

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