UP: पिता ने मोबाइल नहीं दिलाया तो घर से भाग गया बेटा, पुलिस अपहरण केस में पांच दिन तक गुमराह रही
बुलंदशहर के भोकरहेड़ी में एक युवक के अपहरण का मामला सामने आया था जो बाद में झूठा निकला। पुलिस जांच में पता चला कि युवक पिता से मोबाइल न मिलने पर नाराज होकर घर से भाग गया था। पुलिस ने उसे अमृतसर रेलवे स्टेशन से बरामद किया और माता-पिता को सौंप दिया। इस मामले में दर्ज मुकदमा खत्म करने की कार्रवाई शुरू हो गई है।

जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। कस्बा भोकरहेडी के युवक का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि वह पिता के द्वारा मोबाइल नही दिलाए जाने से नाराज होकर घर से चला गया था। पुलिस ने युवक को अमृतसर रेलवे स्टेशन से बरामद कर उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया।
वही, घटना में गडवाडा के बिट्टू प्रधान समेत चार के खिलाफ दर्ज किए गए अपहरण, मारपीट व एससी एसटी एक्ट की धारा के मुकदमे को खत्म करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि बुधवार को कस्बा भोकरहेडी के नेपाल ने मुकदमा दर्ज कराया था कि 11 अगस्त को रात्रि करीब दस बजे उसका 24 वर्षीय बेटा रजनीश बाइक से अपने मामा विकास के घर मंगलौर रुड़की हरिद्वार जाने को कहकर घर से निकला था।
आरोप है कि जैसे ही वह रहमतपुर गड़वाडा वाले रास्ते पर पहुंचा तो वहां पर बिट्टू प्रधान व उसके तीन साथियों ने रास्ते में रोक कर मारपीट कर उसका अपहरण कर ले गए। घटना में कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने भोकरहेंडी में जाम लगाकर धरना प्रदर्शन किया।
पुलिस ने अपहरण, मारपीट व एससी एसटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी और युवक को अमृतसर रेलवे स्टेशन से बरामद कर माता-पिता के सुपुर्द कर दिया। पूछताछ में रजनीश ने बताया वह अपने पिता से फोन मांग रहा था, मना करने पर नाराज होकर घर से चला गया था।
गडवाडा रास्ते में एक कार मिली थी, मैने उनकी तरफ पैर का इशारा किया तो गाड़ी में बैठे व्यक्तियों से कहासुनी हो गई और वे लोग उसका पीछा करने लगे तो वह रास्ते में बाइक छोड़कर गन्ने के खेत में घुस गया और वहां से वजीराबाद और रात्रि में ही मुजफ्फरनगर से रुड़की और उसके बाद ट्रेन से अमृतसर पहुंचगया। उसके साथ किसी ने कोई मारपीट नहीं की है।
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