दूसरे प्रदेशों से आ रहे कचरे के विरोध में भाकियू टिकैत ने किया पंचायत का ऐलान, राकेश टिकैत भी होंगे शामिल
Muzaffarnagar News : मुजफ्फरनगर में दूसरे प्रदेशों से औद्योगिक इकाइयों में जलने के लिए आ रहे कचरे के विरोध में भाकियू टिकैत ने भोपा रोड पर पंचायत का ऐ ...और पढ़ें

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। दूसरे प्रदेशों से औद्योगिक इकाइयों में जलने के लिए आ रहे कचरे के विरोध में किसान संगठन मुखर हो गए हैं। भाकियू अराजनैतिक के धरने के बाद अब भाकियू टिकैत ने भोपा रोड पर मुझेड़ा में पंचायत का ऐलान कर दिया है। आगामी 24 दिसंबर को पंचायत होगी, जिसमें भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत शामिल होंगे। पंचायत ग्रीन मुजफ्फरनगर, क्लीन मुजफ्फरनगर 2026 की थीम पर होगी।
17 दिसंबर को प्रशासन को दी थी चेतावनी
भाकियू जिलाध्यक्ष नवीन राठी ने बताया कि दूसरे प्रदेशों से आ रहे कचरे को फैक्ट्रियों द्वारा जलाने से हो रहे प्रदूषण को लेकर भारतीय किसान यूनियन की भोपा रोड पर पंचायत होगी। भाकियू ने 17 दिसंबर को किसान दिवस में प्रदूषण को लेकर पहले ही प्रशासन को चेतावनी दे दी थी।
किसानों से अपील
उन्होंने कहा कि किसानों और ग्रामीणों से अपील है कि पंचायत में शामिल हो और प्रदूषण के खिलाफ आंदोलन का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि दूसरे प्रदेशों से आ रहे कचरे से लदे वाहनों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनपद की आबोहवा खराब करने वालों पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करें, अन्यथा भाकियू कार्यकर्ता दिन-रात सड़कों पर निगरानी करेंगे तथा कचरे से भरे वाहनों को क्षति पहुंचाई जाएगी। इन सब की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
भाकियू अराजनैतिक ने कचरे से लदे आठ ट्रकों को रोका
जासं, मुजफ्फरनगर। भोपा रोड पर औद्योगिक इकाइयों में कचरा जलाया जा रहा है। कचरा दिल्ली, पंजाब समेत दूसरे प्रदेशों से जनपद में आ रहा है। इससे प्रदूषण बढ़ रहा है। भाकियू अराजनैतिक के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को भोपा रोड पर कचरे से लदे आठ ट्रकों को रोक दिया था।
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन हंगामे के चलते वापस लौट आए। शनिवार सुबह भाकियू अराजनैतिक के सदर तहसील अध्यक्ष अंकित जावला के नेतृत्व में कार्यकर्ता भोपा रोड पर जट मुझेड़ा के निकट धरना देकर बैठ गए।
वहां से गुजरने वाले कचरे से लदे ट्रकों को रोक दिया। धरने पर पहुंचे संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि लंबे समय से नागरिकों को दम घुटने, सांस फूलने, आंखों में जलन की समस्याएं महसूस हो रही हैं। आरोप लगाया कि पेपर मिलों में आरडीएफ (अपशिष्ट व्युत्पन्न ईंधन) के नाम पर इलेक्ट्रानिक वेस्ट, रबर, मरे हुए जानवर, हैवी मेटल को जलाया जा रहा है, जिससे प्रदूषण हो रहा है।
दोपहर बाद क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी गितेश चंद्रा मौके पर पहुंचे। आंदोलनकारियों ने उन्हें ट्रकों में लदे कचरे को दिखाया, जिसमें इलेक्ट्रानिक वेस्ट समेत रबर की चप्पल शामिल थीं। इस पर कार्यकर्ता फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े रहे। देर रात्रि तक भोपा रोड पर ट्रकों के सामने धरना जारी रहा।

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