बरवाला के किसान को पूसा में किया सम्मानित
शाहपुर क्षेत्र के बरवाला गांव निवासी प्राकृतिक खेती करने वाले किसान को दिल्ली में आयोजित पूसा कृषि विज्ञान मेला में पूसा के निदेशक ने सम्मानित किया। ...और पढ़ें

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। शाहपुर क्षेत्र के बरवाला गांव निवासी प्राकृतिक खेती करने वाले किसान को दिल्ली में आयोजित पूसा कृषि विज्ञान मेला में पूसा के निदेशक ने सम्मानित किया।
पूसा के निदेशक डा. ऐके सिंह ने उन्हें नवाचार किसान अवार्ड देकर सम्मानित किया। योगेश ने बताया कि वह पिछले पांच वर्षो से प्राकृतिक खेती कर रहा है। प्राकृतिक खेती में फसलों की पैदावार में यूरिया, डीएपी, फास्फोरस, कीटनाशक, रोग नाशक, खरपतवार नाशक किसी भी तरह का प्रयोग किये बिना खेती कर सकते हैं। खेती में सभी प्रकार की फसलों में केवल गोबर की खाद, देसी गाय के गोबर, गोमूत्र, गुड, बेसन से जीवामृत, घन जीवामृत, नीमास्त्र, अग्नियास्त्र, दशपर्णी अर्क आदि प्राकृतिक अवयव का प्रयोग किया जाता है। प्राकृतिक गन्ने से गुड़, शक्कर, खांड़ व सिरका आदि बनाकर उपभोक्ता को सीधा बेचा जाता है। प्राकृतिक खेती कर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकता है। किसान योगेश कुमार बालियान चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ से एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन करने के बाद कृषि विज्ञान केंद्र बघरा मु•ाफ्फरनगर में इंडियन एग्रीकल्चर रिचर्स इंस्टीट्यूट के प्रोजेक्ट वाटर मैनेजमेंट में ढाई वर्ष तक कार्य किया है।
रजवाहों में पानी न छोडे़ जाने से सूख रही फसल
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नहरों व रजवाहों पर पानी नहीं छोड़े जाने से किसानों की गेहूं की फसल खेत में सूख रही है। किसानों ने भाकियू तोमर के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
रामराज में गुरमीत सिंह के आवास पर भाकियू तोमर की बैठक का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर ने किसानों की समस्याओं को सुना। किसानों ने बताया कि सिचाई विभाग समय से नहर व रजवाहों में पानी नहीं छोड़ रहा है, जिसके चलते किसानों को फसलों की सिचाई करने में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की गेहूं की फसल सूखने की कगार पर है। किसानों ने गन्ना विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि विभाग के अधिकारी की मिलीभगत से किसानों को समय पर गन्ना पर्ची नही मिल रही है। इस दौरान संजीव तोमर ने कहा कि सभी किसान भाइयों की समस्याओं को समाधान कराया जाएगा। सरकार ने बिजली के बाद दाम आधे करने के लिए कहा था, लेकिन अभी तक नहीं हुए हैं। इस दौरान दर्जनों लोगों ने संगठन की सदस्यता ग्रहण की।

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