दीपावली आई तो दमकल विभाग को हाइड्रेंट की हुई चिंता, विभाग के कर्मचारी हाइड्रेंट की तलाश में जुटे
Fire Department Worried about Hydrant शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में दीपावली के दौरान होने वाली आग की घटनाओं को लेकर लोग असमंजस की स्थिति में है। जहां द ...और पढ़ें

मुरादाबाद, जेएनएन। Fire Department Worried about Hydrant : शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में दीपावली के दौरान होने वाली आग की घटनाओं को लेकर लोग असमंजस की स्थिति में है। क्योंकि जहां दमकल विभाग संसाधनों के पूरा होने का दावा कर रहा है तो वही दूसरी ओर आपात स्थिति में दमकल को पानी की आपूर्ति करने वाले हाइड्रेंट अपना अस्तित्व खो चुके है। कुछ जमीन के नीचे दब गए तो कुछ का प्रेशर दगा दे गया है।
अगर दीपावली पर अचानक आग लग जाए तो दमकल विभाग पानी के लिए निजी फैक्ट्रियों या नाम मात्र वाले हाइड्रेंट पर निर्भर होना पड़ेगा, जो पालिका के ओवर हैड टैंक पर बने हुए है। अगर कहा जाए तो सीमित संसाधन और अधूरी तैयारी के बीच दमकल विभाग दीपों के पर्व को सकुशल निपटाने की कवायद कर रहा है। सीमित संसाधन इस वजह से कह रहे हैं कि आपातकालीन स्थिति में पानी की सप्लाई करने वाले अधिकतर हाइड्रेंट वर्तमान में अपना अस्तित्व खो चुके हैं। कुछ सड़क के नीचे दब गए तो कुछ में पानी का प्रेशर नहीं आ रहा।
हालांकि दीपावली से पहले हाइड्रेंट को सही कराने के लिए दमकल विभाग की ओर से कई बार नगर पालिका के जलकल विभाग को पत्र लिखा जा चुका है। दीपावली का वक्त नजदीक आने के साथ ही बाजारों में इसकी रौनक नजर आने लगी है। नगर व ग्रामीण क्षेत्र में आतिशबाजी बिक्री को अस्थायी लाइसेंस बनवाने के लिए लोग अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काट रहे है। हालांकि यह बात दीगर है कि चोरी छुपे गली मुहल्ले की दुकान में अवैध रूप से पटाखों की बिक्री शुरू हो चुकी है। जबकि प्रशासन ने पटाखों के लिए अभी तक मैदान को नही चुना है।
दशकों पुराने फायर हाइड्रेंट से हो रही पानी की सप्लाई : अब बात करें आग बुझाने के उपकरण व संसाधनों की तो दमकल विभाग के पास एक बड़ी और एक छोटी गाड़ी है। इसमें से एक फोम वाली गाड़ी भी है, जिसका प्रयोग अधिकतम पेट्रोलियम पदार्थ या मेंथा आयल में लगने वाली आग को बुझाने में किया जाता है। यह गाड़ियां हसनपुर रोड पर मंड़ी समिति परिसर में स्थित दमकल केंद्र में खड़ी रहती है। ताकि जरूरत पड़ने पर इन गाड़ियों को घटनास्थल तक भेजा जा सके। अब बात करते हैं इन गाड़ियों में पानी की सप्लाई के लिए लगाए गए हाइड्रेंट की तो सरकारी रिकार्ड के अनुसार पूरे शहर में 15 हाइड्रेंट है, जिनमें से दो ही काम कर रहे हैं।
इनमें से कई तंग गलियों में स्थित होने के कारण वहां तक दमकल की गाड़ी नहीं पहुंच पाती है। सम्भल दमकल केंद्र प्रभारी नेपाल सिंह ने बताया कि विभाग के पास दो गाड़ियां होने के साथ साथ संसाधन पर्याप्त संख्या में है, जिससे किसी भी स्थिति को आसानी से नियंत्रित किया जा सके। हाइड्रेंट के लिए पालिका को कई बार पत्र लिखा गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब फिर दीपावली के पर्व के मद्देनजर पत्र लिखा है।

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