Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    UP New Deputy SP: यूपी को मिलेंगे 34 डिप्टी एसपी, सुलतानपुर के गौरव सर्वांग सर्वोत्तम

    Updated: Wed, 04 Jun 2025 10:27 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश को 6 जून को 34 नए डिप्टी एसपी मिलेंगे। इनमें सुल्तानपुर के गौरव उपाध्याय सर्वांग सर्वोत्तम चुने गए हैं। महाराजगंज की आकांक्षा गौतम इनडोर और गाजियाबाद के अवनीश कुमार सिंह आउटडोर टॉपर बने हैं। प्रशिक्षण में इन्हें विभिन्न शहरों का भ्रमण कराया गया और सीमाओं पर समन्वय सिखाया गया। सभी डिप्टी एसपी 6 जून को पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेंगे और 7 को मुख्यमंत्री से मिलेंगे।

    Hero Image
    यूपी को छह जून को 34 डिप्टी एसपी और मिल जाएंगे।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। प्रदेश को छह जून को 34 डिप्टी एसपी और मिल जाएंगे। डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त इन डिप्टी एसपी में सुल्तानपुर जिले के तहसील जयसिंहपुर क्षेत्र के गांव रामनाथपुर निवासी गौरव उपाध्याय सर्वांग सर्वोत्तम चुने गए हैं। महाराजगंज निवासी आकांक्षा गौतम इनडोर और गाजियाबाद के अवनीश कुमार सिंह आउट डोर टापर बने हैं। प्रशिक्षण सत्र में सभी को 10 दिन के विशेष टूर पर प्रदेश के अलग-अलग शहरों का भ्रमण कराया गया। इसमें हर परिस्थिति से निपटने की बारीकियां समझाईं गईं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राज्यों की सीमा व सशस्त्र बलों के साथ समन्वय का भी पाठ पढ़ाया गया। सभी डिप्टी एसपी छह जून को पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेंगे। सात को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मिलेंगे। पुलिस अकादमी में पासिंग आउट परेड की डीजी ट्रेनिंग दीक्षांत सलामी लेंगी। एडीजी अकादमी राजीव संभरवाल ने बताया कि भर्ती परीक्षा 2023 में चयनित हुए अभ्यर्थियों में से 36 को ट्रेनिंग के लिए अकादमी भेजा गया था। इनमें से दो अभ्यर्थी किसी कारण बाद में आए, जिससे उनकी ट्रेनिंग पूरी नहीं हुई। शेष 34 डीएसपी 12 माह 15 दिन का प्रशिक्षण पूरा चुके हैं। इसमें नौ महिला और 25 पुरुष अभ्यर्थी शामिल हैं। बुधवार को इनकी फुल ड्रेस रिहर्सल कराई गई।

    एडीजी ने बताया कि प्रशिक्षण ले रहे सभी 34 डिप्टी एसपी को साइबर अपराध रोकने के लिए एक्सपर्ट किया गया है। इन्हें बताया गया है कि किस तरह साइबर अपराधी अपराध कर रहे हैं। उन्हें कुंभ में भी ले जाया गया। वहीं आगरा, मथुरा, झांसी, अयोध्या, वाराणसी ले जाकर भीड़ नियंत्रित करने के तरीके बताए गए। इन्हें मध्यप्रदेश, बिहार और राजस्थान की सीमा पर ले जाकर वहां की पुलिस से कैसे समन्वय बनाकर काम करना यह भी सिखाया गया। सीआरपीएफ कैंप में भी ले जाया गया।