Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी में खाता, पंजाब से कारोबार और गुजरात में लेनदेन, जींस कारोबारी के खाते से सैकड़ों बार रुपयों की निकासी से चकराए सभी

    Updated: Sun, 14 Jul 2024 10:09 AM (IST)

    एसबीआई खाताधारक ने अभी 15 दिन पहले ही बैंक में खाता खुलवाया था। दो सप्ताह के अंदर सैकड़ों बार रुपयों का लेनदेन पर साइबर सेल को संदेह हुआ। युवक पंजाब से माल लेकर आता है और उसने जींस का कारोबार बताया है। लेकिन इतनी बार लेनदेन को लेकर वो स्पष्ट नहीं बता पा रहा है। गुजरात के रिश्तेदार के पास यूपीआईडी होने की बात कर रहा है।

    Hero Image
    एसबीआई के खाता धारक ने सैकड़ों बार किया लेनदेन। खबर में सांकेतिक तस्वीर का इस्तेमाल किया है।

    संवाद सहयोगी, मुरादाबाद। बिलारी की भारतीय स्टेट बैंक शाखा के एक खाते से 15 दिन में सैकड़ों बार लेनदेन हुआ है। बैंक ने संदिग्ध प्रतीत होने पर खाते पर रोक लगा दी है। पुलिस ने खाताधारक को हिरासत में ले लिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिलारी क्षेत्र के गांव तेवरखास निवासी युवक का बिलारी एसबीआई शाखा में चालू खाता है। यह खाता 22 जून को ही खोला गया था। युवक जींस का कारोबार करता है। उसकी दुकान बाईपास रोड पर है और वह पंजाब से माल लाता है। 15 दिन में ही इस खाते में काफी बार लेनदेन किया गया। खाता साइबर सेल के संदेह के घेरे में आ गया।

    पुलिस ने खातधारक को हिरासत में लिया

    बैंक शाखा प्रबंधक शुभम कश्यप ने बताया कि खाते पर रोक लगा दी है। पुलिस ने खाताधारक को हिरासत में ले लिया है। बैंक मुख्यालय भी खाता संचालन प्रक्रिया को संदिग्ध मान रहा है। इसके संबंध में मेल भेजकर खाते की जांच करने के निर्देश दिए थे।

    ये भी पढ़ेंः Hathras Stampede Case: सूरजपाल के वकील का एक और दावा; SP व SIT को भेजा पत्र, 'स्कॉर्पियो सवार थे साजिशकर्ता'

    ये भी पढ़ेंः IAS Transfer: यूपी में 11 आईएएस अफसरों के तबादले; चंद्र विजय सिंह अयोध्या, तो बदायूं में निधि श्रीवास्तव नई डीएम

    संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा युवक

    खाताधारक पुलिस को सन्तोषजनक जवाब नहीं दे सका है। उसका कहना है कि गुजरात में एक रिश्तेदार का कपड़े का काम है। उन्होंने यूपीआईआईडी ली थी। थाना प्रभारी रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में जांच साइबर सेल द्वारा की जा रही है।