UP Board Marksheet: 10वीं-12वीं की मार्कशीट इस बार होगी अलग, लेमिनेशन कराने की जरूरत नहीं… रहेगी टिकाऊ और वाटरप्रूफ
यूपी बोर्ड की मार्कशीट को सुरक्षित बनाने के लिए नए हाईटेक फीचर्स जोड़े गए हैं। अब मार्कशीट पर एक विशेष लोगो होगा जो धूप में दिखेगा। यह जलरोधी पेपर पर छपी है और ए-4 साइज में है। जून में जिले के 464 विद्यालयों में 79291 छात्र-छात्राओं को वितरित किए जाएंगे जिससे नकली मार्कशीट बनाना मुश्किल होगा।

खुशवंत चौधरी, मुरादाबाद। इमरान हाशमी की चीट इंडिया फिल्म को याद ही होगी। कैसे नकली मार्कशीट बनाकर लोगों को बेवकूफ बनाया जाता था। असल जीवन में भी आए दिन विभिन्न शहरों में ऐसी घटनाएं निकलकर सामने आई है, लेकिन अब मार्कशीट बनाने में सतर्कता बरती जा रही है।
यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम के बाद अब छात्र-छात्राओं को अंकपत्र सह प्रमाणपत्र का इंतजार है। इस बार का प्रमाणपत्र कई नवीन और हाईटेक फीचर्स से लैस होगा, जिससे न सिर्फ इसकी सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि नकली मार्कशीट बनाना भी लगभग असंभव हो जाएगा।
नया प्रमाणपत्र एक विशेष प्रकार के पेपर पर छापा गया है, जिसमें छिपा हुआ यूपी बोर्ड का लोगों शामिल रहेगा। यह लोगो सामान्य प्रकाश में नहीं दिखेगा, लेकिन जैसे ही मार्कशीट पर धूप पड़ेगी, यह लोगो स्पष्ट रूप से उभर आएगा।
रोशनी हटाने के कुछ समय बाद यह फिर अदृश्य हो जाएगा। यूपी बोर्ड द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2025 के परीक्षार्थियों को जो प्रमाणपत्र दिया जाएगा, वह अब तक के सबसे सुरक्षित और आधुनिक दस्तावेजों में एक होगा।
डीआईओएस देवेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि मार्कशीट पर विशेष प्रकार की स्याही का उपयोग किया गया है, जो इसे जलरोधी और टिकाऊ बनाती है। अगर इस पर चाय, कॉफी या कोई अन्य तरल पदार्थ गिर जाए, तो भी न तो अक्षर मिटेंगे और न ही प्रमाणपत्र खराब होगा। इसे केवल कपड़े से पोछकर साफ किया जा सकता है। इसलिए इसे लेमिनेट कराने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
ए-फोर आकार में नया डिजाइन
पहले की तुलना में अब प्रमाणपत्र ए चार साइज में होगा। जिससे अक्षर और जानकारियां अधिक स्पष्ट और पढ़ने योग्य होंगी। प्रमाणपत्र जिस पेपर पर छापा गया है, वह न तो आसानी से कटेगा और न ही फटेगा। वहीं रंगीन फोटो कॉपी द्वारा नकली प्रमाणपत्र तैयार करने की कोशिशें अब आसानी से पकड़ी जा सकेंगी।
जून में मिलेंगे प्रमाणपत्र
डीआईओएस ने बताया कि जिले में प्रमाणपत्र जून महीने में वितरित किए जाएंगे। जनपद में 464 विद्यालयों में 79,291 छात्र-छात्राओं का पंजीकरण है। जिसमें इंटरमीडिएट में 38891 और हाईस्कूल में 40400 का पंजीकरण रहा। अब सभी को इस नई तकनीक से लैस प्रमाणपत्र का बेसब्री से इंतजार है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।