Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    यूपी बोर्ड परीक्षा में अब नहीं हो सकेगी इमला बोलकर नकल, कक्षों में लगेगा रिकार्डर

    By Edited By:
    Updated: Sat, 29 Sep 2018 08:03 AM (IST)

    उप्र बोर्ड परीक्षा में इमला बोलकर नकल कराने की शिकायत के बाद विभाग सतर्क हो गया है। नकल पर अंकुश लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे के साथ आवाज रिकार्डर भी लगाने का फैसला लिया गया है।

    यूपी बोर्ड परीक्षा में अब नहीं हो सकेगी इमला बोलकर नकल, कक्षों में लगेगा रिकार्डर

    मुरादाबाद (जेएनएन) । बोर्ड परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शासनादेश का पालन करने की चिंता सताने लगी है। नकल पर अंकुश लगाने को पिछले साल एक कक्ष में एक सीसीटीवी से परीक्षार्थियों की निगरानी हुईं थी। अबकी बार इमला बोलकर नकल कराने वालों पर नकेल कसने को सीसीटीवी के साथ परीक्षा कक्ष में आवाज रिकार्डर लगेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फरवरी से शुरू होंगी यूपी बोर्ड परीक्षाएं 

    बोर्ड परीक्षा फरवरी से शुरू होगी व प्रयोगात्मक परीक्षाएं दिसंबर से शुरू हो जाएंगी। इसे लेकर प्रधानाचायरें ने बाजार में आवाज रिकार्डर की कीमत पूछना शुरू कर दिया है, ताकि सर्वे से पहले तैयारी पूरी हो जाए। सीसीटीवी में तस्वीर आती है लेकिन आवाज रिकार्ड नहीं होती। इसी का फायदा उठाकर नकल माफिया तस्वीर को बचाते हुए इमला बोलकर नकल करा देते थे। विभाग को इसकी शिकायतें मिली थीं।

     लगाए जाएंगे आवाज रिकार्ड करने वाले कैमरे

    बोलकर नकल कराने से रोकने को हर कक्ष में आवाज रिकार्डर लगाए जाएंगे। इससे इमला बोलकर नकल कराने वाले कक्ष निरीक्षक पकड़ में आ जाएंगे। रिकार्ड आवाज की पुष्टि के लिए विशेषज्ञों का भी सहारा लेना पड़ेगा। बोर्ड परीक्षा केंद्र की सूची माध्यमिक शिक्षा परिषद को सर्वे करने के बाद भेज दी गई है। परीक्षा केंद्रों पर परिषद की मुहर लगने के बाद परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर टीमें गठित की जाएंगी। इस बार कुछ परीक्षा केंद्रों ने सर्वे के दौरान मानक अधूरे दिखाने की कोशिश की थी ताकि वह इतने तामझाम के बीच परीक्षा कराने से बच सकें, लेकिन बोर्ड परीक्षा जैसी जिम्मेदारी से हटने का नतीजा मतलब कार्रवाई हो सकता है, जिससे बाद में मानकों को पूरा किया गया।

    जीआइसी का नहीं हुआ पिछला भुगतान

    शासन ने पिछले साल जीआइसी में सीसीटीवी लगाने का बजट देने का आश्वासन दिया था। सीसीटीवी तो जीआइसी के प्रधानाचायरें ने लगा लिए, लेकिन बजट अभी तक नहीं मिला। इस बार तो खर्च भी दोगुना हो गया है। एक की बजाय दो सीसीटीवी और आवाज रिकार्डर और लगाए जाने हैं।डीआइओएस प्रदीप कुमार द्विवेदी ने बताया कि  बोर्ड परीक्षा से पहले आवाज रिकार्डर लगाना अनिवार्य है। सभी प्रधानाचायरें को समय से पहले लगवाने के निर्देश दिए हैं। टीमों का गठन करके परीक्षा से पहले चेक किए जाएंगे।