सब्जी विक्रेता ने रची थी अपहरण की साजिश, आगरा में मिला आढ़ती, आरोपित की तलाश में जुटीं छह टीमें
घटना के अंजाम देने वाले आरोपित पकड़े जाने के बाद इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया जाएगा। वहीं आढ़ती के साले सनी दुआ ने देर रात बताया कि उनके जीजा संदीप थरेजा आगरा पुलिस के पास हैं। आगरा पुलिस ने उनसे फोन पर बात कराई है।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। गुरुवार की सुबह एसएसपी आवास से तीन सौ मीटर की दूरी पर शहर के आढ़ती का स्कार्पियो सवार बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। शुक्रवार शाम आढ़ती बेहोशी की हालत में आगरा के हरिपर्वत बस स्टाप पर पड़ा मिला। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस ने आढ़ती को अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही स्वजन से बातचीत कराई। इसके बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस की टीम स्वजन को लेकर आगरा के लिए रवाना हो गई।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार फेज वन निवासी संदीप थरेजा की फल एवं सब्जी के आढ़त है। परिवार में पत्नी मीना के साथ ही बेटा पवन और बेटी मधु है। गुरुवार को सुबह करीब सवा सात बजे वह स्कूटी से मंडी समिति जाने के लिए निकले थे। जैसे ही वह कांठ रोड से आवास-विकास कालोनी की ओर मुड़े तभी डा. अनुराग मेहरोत्रा की क्लीनिक के सामने सफेद रंग की स्कार्पियो ने उनकी स्कूटी में टक्कर मार दी। स्कार्पियो सवार बदमाश उनका अपहरण करके ले गए थे। पुलिस ने इस मामले में आढ़ती की पत्नी मीना थरेजा की तहरीर पर चार नामजद और चार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एसपी सिटी ने बताया कि सभी नामजद आरोपितों के साथ ही संदिग्धों से पुलिस पूछताछ कर रही है। साजिशकर्ता की पहचान हो चुकी है। जिस अपराधी के द्वारा साजिश को अंजाम दिया गया है, उसको पकड़ने के लिए पुलिस छह टीमें लगी हैं। आरोपित के पकड़े जाने के बाद इस घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
जमीन का चल रहा था विवाद : मझोला मंडी समिति में आढ़त के लिए पट्टे में जमीन आवंटित की गई थी। जमीन को लेकर सब्जी विक्रेता रामचंद सैनी के साथ विवाद चल रहा था। बीते दिनों आढ़ती संदीप थरेजा ने अल्टीमेटम जारी करते हुए 28 दिसंबर तक जमीन खाली करने के लिए कहा था। लेकिन आरोपित रामचंद जमीन छोड़ने के लिए तैयार नहीं था। जांच में पता चला कि करीब 15 दिन पहले रामचंद ने अपने भाई भीमसेन को इस मामले की जानकारी दी थी। आरोपित के भाई पर पहले ही हत्या का मुकदमा दर्ज है। उसने भाई की मदद करने के लिए अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम देने की साजिश रची थी। लेकिन अभी तक आरोपित भीमसेन को पुलिस नहीं पकड़ सकी है।
तीन दिन पहले ही नोएडा नंबर की खरीदी गई थी स्कार्पियो गाड़ी : पुलिस की जांच में पता चला है कि आढ़ती के अपहरण करने के लिए आरोपित रामचंद के भाई ने तीन दिन पहले ही नोएडा नंबर की स्कार्पियो खरीदी थी। गाड़ी खरीदने के लिए उसे पैसा भी भाई ने दिया था। इस गाड़ी को इसीलिए खरीदा गया था, ताकि अपहरण करने की साजिश को अंजाम दिया जा सके। आढ़ती का पता लगाने के लिए पुलिस दिन-रात गांव से लेकर जंगल में खोजने में जुटी थी। वहीं देर शाम आढ़ती के आगरा में होने की जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम आगरा के लिए रवाना हो गई।
50 लोगों से पूछताछ, सवा सौ सीसीटीवी फुटेज चेक किए : पुलिस ने आढ़ती का पता लगाने के लिए 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की, इसके साथ ही सवा सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज चेक किए। देर शाम पुलिस को आढ़ती के आगरा में होने की जानकारी मिलने के बाद राहत की सांस ली। जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम स्वजन को लेकर आगरा रवाना हो गई। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि आढ़ती के अपहरण के साजिश रचने के संबंध में अहम जानकारी मिली हैं, लेकिन इस घटना के अंजाम देने वाले आरोपित पकड़े जाने के बाद इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया जाएगा। वहीं आढ़ती के साले सनी दुआ ने देर रात बताया कि उनके जीजा संदीप थरेजा आगरा पुलिस के पास हैं। आगरा पुलिस ने उनसे फोन पर बात कराई है। जिसके बाद वह स्थानीय पुलिस के साथ आगरा जा रहे हैं।
मंडी समिति के आढ़ती का 30 दिसंबर की सुबह स्कार्पियों सवार बदमाशों ने अपहरण किया था। देर शाम आगरा पुलिस के द्वारा बस अड्डे में मिलने की सूचना दी गई। जिसके बाद मुरादाबाद पुलिस टीम के साथ ही आढ़ती के स्वजन आगरा गए हैं। इस मामले में साक्ष्य के आधार पर आरोपितों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जाएगी।
शलभ माथुर, डीआइजी, मुरादाबाद रेंज
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