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विद्युतीकरण की धीमी चाल ने ट्रेनों की रफ्तार पर लगाया ब्रेक

मुरादाबाद : रेलवे की विद्युतीकरण और दोहरीकरण की धीमी चाल ने ट्रेनों की रफ्तार रोक दी

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 07:12 AM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 07:12 AM (IST)
विद्युतीकरण की धीमी चाल ने ट्रेनों की रफ्तार पर लगाया ब्रेक
विद्युतीकरण की धीमी चाल ने ट्रेनों की रफ्तार पर लगाया ब्रेक

मुरादाबाद : रेलवे की विद्युतीकरण और दोहरीकरण की धीमी चाल ने ट्रेनों की रफ्तार रोक दी है। चन्दौसी रेल मार्ग पर विद्युतीकरण का काम लटका हुआ है। वहीं दोहरीकरण का काम पूरा न होने से ट्रेनें 27 किलोमीटर का सफर डेढ़ घटे में पूरा कर रहीं हैं। यहा सिंगल है रेलवे लाइन

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लक्सर से हरिद्वार रेल मार्ग पर सिंगल रेलवे लाइन है। इस रेल मार्ग पर दोहरीकरण की स्वीकृति व बजट वर्ष 2014 में मिल गया था। मार्च 2016 में इसे पूरा किया जाना था लेकिन अभी तक काम खत्म नहीं हो पाया। इसी तरह से मुरादाबाद से चन्दौसी, अलीगढ़ और चन्दौसी बरेली रेलमार्ग पर दोहरीकरण की स्वीकृति साथ बजट भी आवंटित किया है लेकिन इन मागरें पर अभी दोहरीकरण काम शुरू नहीं हो पाया है। 2019 तक पूरा होना है काम

मुरादाबाद-चन्दौसी-अलीगढ़ रेल मार्ग पर मार्च 2019 तक काम पूरा हो जाना है। काम में तेजी लाने के लिए कुछ स्टेशन तक ओएफसी डालने व स्टेशन पर आधुनिक उपकरण लगाने का काम मंडल रेल प्रशासन को दिया गया। काम तेजी से चल रहा है। रेलवे के विद्युतीकरण संगठन द्वारा खंभे डालने के लिए खोदाई करने की वजह से काम आगे नहीं बढ़ा है।

मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने बताया कि दोहरीकरण व विद्युतीकरण का काम करने वाले एजेंसी से तेजी से काम करने के लिए कहा जा रहा है। मार्च 2019 तक लक्सर हरिद्वार दोहरीकरण का काम पूरा हो जाएगा। विद्युतीकरण समय से पूरा नहीं हो पाएगा। इस मागरें के लिए मिला बजट

बरेली-चन्दौसी-अलीगढ़-चन्दौसी-मुरादाबाद रेल मार्ग पर विद्युतीकरण- 33.53 करोड़ रुपये, राजा का सहसपुर-सम्भल- 15.84 करोड़ रुपये, गजरौला-मोअज्मपुर :- 43.01 करोड़ रुपये, हरिद्वार-ऋषिकेश :- 15 करोड़, जीबाबाद-कोटद्वार : 25 करोड़।

रात में भी पुल की मरम्मत का कार्य जारी

बरसात से कपूर कंपनी पुल की मरम्मत का काम कुछ धीमा हो गया है। हालाकि लाइनपार के लोगों को समस्या से निजात दिलाने के लिए रेलवे दिन-रात काम करा रहा है। मंडल रेल प्रबंधक इसकी निगरानी कर रहे हैं। महानगर की बड़ी आबादी लाइनपार क्षेत्र में रहती है। यहा के लोगों को शहर में आने के लिए कपूर कंपनी पुल का सहारा लेना पड़ता है। 24 साल पुराना यह पुल जर्जर हो गया है। रेल प्रशासन ने मरम्मत के लिए 16 सितंबर से 10 अक्टूबर तक कपूर कंपनी पुल को बंद कर दिया है। इससे लाइनपार के लोगों की समस्याएं बढ़ गईं हैं। रेल लाइन पार कर आना-जाना पड़ रहा है। दो पहिया वाहन चालक लोकोशेड पुल से होकर आते व जाते हैं। इस पर पुल पर जाम लगने से परेशानी होती है। कपूर कंपनी पुल की मरम्मत इलेक्ट्रिक वेल्डिंग मशीन से की जाती है। दो दिन से बारिश होने के कारण वेल्डिंग नहीं हो पा रही है। गोविंद नगर एफओबी का मागा ब्लू प्रिंट

रेलवे प्रशासन की ओर से गोविंद नगर फुट ओवरब्रिज का शिलान्यास किया जा चुका है। अब उत्तर रेलवे मुख्यालय से नक्शे का ब्लू प्रिंट मागा है। उत्तर रेलवे मुख्यालय का इंजीनियड्क्षरग विभाग नक्शा स्वीकृति के बाद ब्लू प्रिंट तैयार करता है। इसमें पुल की उंचाई, ढाचे में लोहे की मोटाई, पिलर कहा लगाना है आदि छोटी-छोटी जानकारिया होती है। मार्च तक एफओबी तैयार करने की योजना है। इससे गोविंद नगर वासियों को आने-जाने का रास्ता मिल जाएगा। दस अक्टूबर तक काम पूरा करने की योजना : डीआरएम

दस अक्टूबर तक मरम्मत कर कपूर कंपनी पुल चालू कर देने की योजना है। गोविंद नगर फुट ओवरब्रिज का काम तेजी से शुरू करने के लिए उत्तर रेलवे मुख्यालय से ब्लू प्रिंट मागा गया है। दोनों निर्माण पर लगातार नजर रखी जा रही है।

अजय कुमार सिंघल,

मंडल रेल प्रबंधक,

उत्तर रेलवे मुरादाबाद


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