सिपाही की बुर्के वाली पत्नी पर थी पुलिस कर्मियों की नजर, काले लिबास में पहुंच गईं पांच महिलाएं, हाथ मलती रह गई पुलिस
बरेली में तैनात एक पुलिस कर्मी की पत्नी एक युवक के प्रेम जाल में फंस गई। पुलिस ने आरोपित पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस को सूचना मिली कि अपहरणकर्ता महिला को बुर्के में कोर्ट में पेश करने जा रहे हैं। इस पर पुलिस ने फील्डिंग सजा दी।
मुरादाबाद, जेएनएन। डेढ़ महीने पहले सिविल लाइंस पुलिस ने जिस सिपाही की बीवी के अपहरण का मुकदमा लिखा था, वह पुलिस के हाथ से फिसल गई। अपहर्ताओं का गिरोह पुलिस पर भारी पड़ा। अपहृत महिला को बुर्के की ओट में छिपा कर आरोपित फरार हो गए। सिविल लाइंस थाने की पूरी टीम हाथ मलती रह गई। पीड़ित सिपाही और उसके स्वजन सिविल लाइंस पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
पुलिस लाइंस में रहने वाले एक सिपाही ने 24 जनवरी को सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी। बताया कि कटघर थाना क्षेत्र में लाल नगरी दस सराय का रहने वाला आसिफ पाशा का उसके घर आना जाना था। सिपाही की पत्नी से मोबाइल पर चोरी छिपे वह बातें करने लगा। सिपाही की बीवी आसिफ पाशा के जाल में फंस गई। 23 जनवरी की रात वह घर से निकली। इसके बाद लौटकर नहीं आई। जबकि दंपती का पांच साल का बच्चा भी है। संदेह के आधार पर पहले से शादीशुदा और दो बच्चों के पिता आसिफ पाशा के खिलाफ सिपाही ने बीवी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। डेढ़ माह बाद मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली कि अपहर्ता सिपाही की बीवी का बयान कोर्ट में दर्ज कराने की फिराक में हैं। सिविल लाइंस पुलिस ने कोर्ट परिसर के आसपास जाल बुना। महिला उपनिरीक्षक व दो महिला सिपाहियों के अलावा एक निरीक्षक और दो दारोगा दलबल के साथ अपहर्ता और सिपाही की बीवी की तलाश में जुटे। पुलिस ने अपहर्ताओं को चिह्नित भी कर लिया। अपहृत महिला को कोर्ट तक ले जाने के लिए अपहर्ताओं ने बुर्के की आड़ ली। कुछ देर बाद कोर्ट परिसर से बाहर बुर्के में चार से पांच महिलाओं ने सिपाही की बीवी को चारों तरफ से घेर लिया। बुर्काधारी महिलाओं की टीम देख पुलिस चकरा गई। इस बीच पुलिस की आंख में धूल झोंक अपहर्ता सिपाही की बीवी को लेकर दोबारा फरार हो गए। सिपाही के बीवी का अपहरण का मामला पूरे दिन महानगर की सुर्खी बनी रही। इसकी भनक लगते ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भी हरकत में आ गए। उन्होंने पुलिस के उच्चाधिकारियों से बात कर सिपाही की बीवी को बरामद करने की मांग की। बरेली में तैनात पीड़ित सिपाही पत्नी की बरामदगी के लिए उच्चाधिकारियों की परिक्रमा लगा रहा है। पीड़ित सिपाही में अपने ही महकमे की कार्यप्रणाली को लेकर गहरा क्षोभ है। उधर अपहृत महिला का इकलौता मासूम बेटा ननिहाल में है। पुलिस की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध हिंदू संगठन सवाल उठा रहे हैं।