फांसी के फंदे पर लटकी मिली इंटर की छात्रा की लाश, परिजन भी नहीं बता पाए मौत का कारण
बंगला गांव में इंटरमीडिएट की एक छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव दूसरी मंजिल पर कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला।
मुरादाबाद, (जेएनएन) : बंगला गांव में इंटरमीडिएट की एक छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव दूसरी मंजिल पर कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला। घटना से मृतका के परिवार में कोहराम मचा हुआ है, लेकिन परिवार के लोग अभी तक उसकी मौत का कारण नहीं बता पाए हैं।
बहन की लाश देखते ही निकली चीख
थाना नागफनी के बंगला गांव निवासी शैलेंद्र कुमार सिंह प्राइवेट संस्थान में नौकरी करते हैं। अमन और अर्जुन उनके दो बेटे हैं। गुरुवार की शाम करीब पांच बजे उनकी 15 वर्षीय बेटी ईशा उर्फ ज्योति घर की दूसरी मंजिल पर बने कमरे में फांसी पर झूल गई। उसने अपनी चुनरी का ही फंदा बनाया। वह काफी देर तक नीचे नहीं आई तो भाई अमन ऊपर देखने चला गया। वहां देखा तो ईशा उर्फ ज्योति फांसी पर लटकी थी। बहन को फांसी पर लटका देख उसकी चीख निकल गई। अमन और अर्जुन ने मिलकर बहन के शव को फांसी के फंदे से उतारा। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस बोली, कारण पता चलने पर होगी अगली कार्रवाई
परिवार वाले शव का पोस्टमार्टम कराना नहीं चाहते थे, लेकिन पुलिस इसके लिए तैयार नहीं हुई। परिवार वाले घटना की वजह भी नहीं बता रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक अजय मिश्रा ने बताया कि खुदकशी का कारण पता करने के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई होगी।
बच्चों को लेकर बरतें सावधानी
-बच्चों से दोस्ताना व्यवहार करें, अपनी बात उसे बताएं उसके दोस्तों के बारे में भी जानकारी लें।
-बच्चा जरा सा भी गुमसुम दिखे तो उससे दोस्ती करके दिल की बात सुनें। आपका प्यार मिलने पर वह सारी बात बता देगा।
-बच्चों के व्यवहार में जरा भी बदलाव दिखाई दे तो उस पर नजर रखें।
-स्कूल से बच्चा घर लौटे तो उससे प्यार के साथ बात करें। उसका कोई काम करने का मन न हो तो जिद न करें।
-सोने से पहले बच्चे से बात करें। सुबह स्कूल छोडऩे का मौका मिले तो महीने में एक-दो बार जरूर जाएं।
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