Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    टिकट कटने के बाद पहली बार बोले एसटी हसन, कहा- टिकट का होना या ना होना…; नरेश उत्तम ने भेजा कैंसिलेशन पत्र

    Updated: Wed, 27 Mar 2024 06:37 PM (IST)

    मुरादाबाद लोकसभा सीट से सपा सांसद डॉ. सैय्यद तुफैल हसन ने कहा कि मुझे पार्टी ने आदेश दिया था और मुझे सिंबल दिया था क्योंकि टाइम बहुत कम था यह भी हिदायत दी गई थी कि जल्द से जल्द कर लें इसलिए मैंने नामांकन कर दिया था। आज मुझे पता चला है कि दूसरे कैंडिडेट ने भी नामांकन कर दिया है अब फैसला हाईकमान के हाथ में है।

    Hero Image
    टिकट कटने के बाद पहली बार बोले एसटी हसन।

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। मुरादाबाद लोकसभा सीट से सपा सांसद डॉ. सैय्यद तुफैल हसन ने कहा कि मुझे पार्टी ने आदेश दिया था और मुझे सिंबल दिया था, क्योंकि टाइम बहुत कम था यह भी हिदायत दी गई थी कि जल्द से जल्द कर लें, इसलिए मैंने नामांकन कर दिया था। आज मुझे पता चला है कि दूसरे कैंडिडेट ने भी नामांकन कर दिया है अब फैसला हाईकमान के हाथ में है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हसन ने कहा कि वह जो भी फैसला लेंगे, उसे हम कबूल करेंगे। किन परिस्थितियों में यह फैसला लिया गया, इसके बारे में बेहतर हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ही बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि मेरा टिकट क्यों काटा गया है, यह मुझे क्यों पूछा जा रहा है जिन्होंने यह किया है, वही इसका जवाब दे पाएंगे। अखिलेश यादव और आजम खान हमारे नेता हैं, कुछ सोच समझ कर ही उन्होंने ऐसा फैसला लिया होगा।

    सांसद ने कहा कि टिकट का होना या ना होना… यह एसटी हसन की शख्सियत को थोड़ी खत्म कर देगा, अभी तो फिलहाल रुचि वीरा ने भी नामांकन किया है तो ऑफिशियल कैंडिडेट कौन है। इसका फैसला तो अब वही लेंगे जो आईडियोलॉजी मुलायम सिंह यादव की थी, वही आईडियोलॉजी हमारी है और वही आईडियोलॉजी अखिलेश यादव की.. बाकी अभी कुछ दिनों में चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।

    नरेश उत्तम पटेल ने भेजा पत्र 

    सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पत्र डाॅ. एसटी हसन के समर्थन में रुचि वीरा के सिंबल का कैंसिलेशन पत्र भेजा है। पूर्व महानगर अध्यक्ष शोएब पाशा पत्र लेकर डीएम के पास पहुंचे। अभी कलेक्ट्रेट में जमे हुए हैं। 

    हालांकि, जिलाधिकारी ने तीन बजे तक का समय दिया था। अब पत्र स्वीकार होगा या नहीं ये जिलाधिकारी के विवेक पर निर्भर करता है। शोएब पाशा का कहना कि पत्र को स्क्रूटनी शुरू होने से पहले तक स्वीकार कर सकते हैं। खबर लिखने तक सूचना मिली है कि डीएम ने पत्र लेने से इनकार कर दिया है।

    यह भी पढ़ें: शाहजहां के जन्म से पहले बना था ताजमहल… लोग इसे कहते थे तेजो महालय, कोर्ट में वकील ने ठोका दावा, इस दिन होगी सुनवाई

    यह भी पढ़ें: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने बताया सपा के ‘पीडीए’ का नया फुल फॉर्म, कहा- यह बात जयंत को समझ में आ गई इसलिए…